किसी भी कीमत पर...Pakistan को ठोकते ही कूद पड़ा ये मुस्लिम देश

यूएई ने सैन्य वृद्धि को रोकने, दक्षिण एशिया में स्थिरता को मजबूत करने और क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाने से बचने के लिए बातचीत और आपसी समझ की मांग करने वाली आवाज़ों पर ध्यान देने के महत्व पर जोर दिया। महामहिम ने फिर से पुष्टि की कि कूटनीति और संवाद संकटों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए राष्ट्रों की साझा आकांक्षाओं को प्राप्त करने का सबसे प्रभावी साधन बने हुए हैं।
भारत में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर पहले तो इस्लामाबाद ने पूरी दुनिया में प्रोपोगैंडा चलाया। इसके बाद वो ओआईसी तक पहुंचा। ओआईसी से समर्थन जुटाने के लिए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ मुहिम छेड़ दी। हम सबने देखा कि ओआईसी ने पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए आतंकवाद के नाम पर निष्पक्ष जांच का हवाला दिया। लेकिन भारत ने अगले ही दिन पाकिस्तान पर ऐसी कार्रवाई कर दी, जिसके बाद मुस्लिम देशों में हड़कंप मचा हुआ है। जिसके बाद भारत द्वारा की गई स्ट्राइक को लेकर मुस्लिम देश अब भारत और पाकिस्तान को रूकने के लिए कह रहे हैं। इसमें सबसे पहला नाम अब यूएई का जुड़ चुका है। यूएई के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल बिन जियाद अल नहान ने भारत और पाकिस्तान से अपील की है कि दोनों देश शांति बनाए रखे और किसी भी कीमत पर स्थिति को बिगड़ने न दे।
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शेख अब्दुल बिन नहान की तरफ से एक पूरी स्टेटमेंट जारी की गई है। जिसमें भारत और पाकिस्तान को इस तनाव को और बढ़ाने से रूकने के लिए कहा गया है। जियाद अल नहान ने भारत गणराज्य और इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान से संयम बरतने, तनाव कम करने और क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति को खतरे में डालने वाली स्थिति को और बढ़ाने से बचने का आह्वान किया है। यूएई ने सैन्य वृद्धि को रोकने, दक्षिण एशिया में स्थिरता को मजबूत करने और क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाने से बचने के लिए बातचीत और आपसी समझ की मांग करने वाली आवाज़ों पर ध्यान देने के महत्व पर जोर दिया। महामहिम ने फिर से पुष्टि की कि कूटनीति और संवाद संकटों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए राष्ट्रों की साझा आकांक्षाओं को प्राप्त करने का सबसे प्रभावी साधन बने हुए हैं।
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उन्होंने कूटनीति से मुद्दे को हल करने की बात कही है। इसके साथ ही यूएई ने ये भी कहा है कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार है। जरूरत पड़ी तो वो भारत और पाकिस्तान को समझाने की कोशिश भी करेंगे और तनाव को कम करने के लिए बड़ी भूमिका निभाएंगे। बता दें कि इस वक्त भारत के एक्शन के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। पूरी दुनिया इस मिसाइल हमले के बाद सकते में है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारत पाकिस्तान पर इतना भीषण हमला कर देगा। भारत ने पीओके और पाकिस्तन में जिस तरह आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है। उसके बाद पूरी दुनिया से लगातार प्रतिक्रिया आ रही है।
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पूरी दुनिया भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अपील कर रही है। गौरतलब है कि भारती की कार्रवाई के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा था कि हम मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं। भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के पड़ोसी हैं और हमेशा रहेंगे। वे दोनों चीन के पड़ोसी भी हैं। पहलगाम आतंकवादी हमले का स्पष्ट संदर्भ देते हुए उसने कहा कि चीन हर तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। इसमें कहा गया, हम दोनों पक्षों से शांति व स्थिरता के व्यापक हित के लिए काम करने, शांति कायम रखने, संयम बरतने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है।
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