यह यूक्रेन युद्ध से भी ज्यादा मुश्किल था, Trump ने फिर भारत-पाक संघर्ष को सुलझाने का श्रेय लिया

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक संघर्ष को सुलझाने का दावा करते हुए कहा कि यह यूक्रेन युद्ध से भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण था, हालांकि बाद में उन्होंने रूस-यूक्रेन संघर्ष को सबसे मुश्किल बताया। इस विरोधाभासी बयान पर भारत ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, जहां विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के बिना ही दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत से शांति स्थापित हुई थी। यह दर्शाता है कि ट्रंप अपनी उपलब्धियों को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि इस साल की शुरुआत में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को समाप्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अपनी एशिया यात्रा पर रवाना होने से पहले, ट्रंप ने एयर फोर्स वन में मीडिया से बात करते हुए यह दावा किया और दुनिया भर के संघर्षों को सुलझाने का श्रेय खुद को दिया।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है कि भारत और पाकिस्तान जैसे अन्य संघर्षों को समाप्त करना रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को सुलझाने से भी ज्यादा मुश्किल होगा।
इसे भी पढ़ें: ममदानी के 9/11 बयान पर भड़के उपराष्ट्रपति JD Vance, 'असली शिकार' पर अमेरिकी राजनीति में बवाल
ट्रंप ने कहा, 'मैंने इसे (युद्धविराम) रुकवाया और भी हैं। अगर आप भारत और पाकिस्तान को देखें, तो मैं कह सकता हूं कि मेरे द्वारा किए गए लगभग हर समझौते को रूस और यूक्रेन से ज्यादा मुश्किल माना जाता, लेकिन यह उस तरह से नहीं हुआ। रूस-यूक्रेन का संघर्ष सुलझाना सबसे चुनौतीपूर्ण है।'
इस महीने की शुरुआत में, ट्रंप ने अपने टैरिफ की धमकियों को 'असली शांतिदूत' बताते हुए दावा किया था कि इनके बिना वह आठ वैश्विक संघर्षों को 'हल' नहीं कर पाते।
ट्रंप बार-बार यह दावा करते रहे हैं कि उन्होंने कथित तौर पर वाशिंगटन की मध्यस्थता से हुई बातचीत के बाद परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी भारत और पाकिस्तान के बीच 'पूर्ण और तत्काल' युद्धविराम कराने में मदद की।
इसे भी पढ़ें: हार के बाद भी नहीं टूटी Kamala Harris की उम्मीद, 2028 में फिर से व्हाइट हाउस पहुंचने का इरादा
भारत ने खारिज किया दावा
हालांकि, भारत सरकार ने राष्ट्रपति ट्रंप के इन दावों को बार-बार खारिज किया है। भारत का रुख स्पष्ट है कि शत्रुता को रोकने का निर्णय बिना किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के, दोनों पक्षों के बीच हुई सीधी बातचीत के माध्यम से लिया गया था।
अन्य न्यूज़












