कोरिया रक्षा प्रणाली को लेकर अमेरिका ने चिंताओं को खारिज किया

अमेरिका ने कहा है कि प्रस्ताव का उद्देश्य उत्तर कोरिया के भड़काऊ बयान, परमाणु परीक्षण और मिसाइल प्रक्षेपण के बाद अपने सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

वॉशिंगटन। अमेरिका ने दक्षिण कोरिया में मिसाइल भेदी रक्षा प्रणाली तैनात करने की योजना के लिए रूस और चीन की चिंताओं को खारिज करते हुए कहा है कि प्रस्ताव का उद्देश्य उत्तर कोरिया के भड़काऊ बयान, परमाणु परीक्षण और मिसाइल प्रक्षेपण के बाद अपने सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा कि अमेरिकी सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त संसाधनों को भेजने की जरूरत है।

अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘हमारी सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों का आकलन है कि ऐसा करना उनका अच्छा विचार हो सकता है। लेकिन यह एक संप्रभु राष्ट्र है और चूंकि वे अमेरिका के सहयोगी हैं इसलिए हम उनका सहयोग करने के रास्ते तलाश रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक संभावित तरीका हो सकता है जिसके माध्यम से हम उनकी सहायता कर सकते हैं और उनकी सुरक्षा बढ़ा सकते हैं।’’ अमेरिका और दक्षिण कोरिया टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (टीएचएएडी) की तैनाती पर चर्चा कर रहे हैं। यह ट्रक के उपर लगा एक प्लेटफॉर्म होता है जिसे कम दूरी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है। अमेरिकी प्रस्ताव पर रूस और चीन ने चिंता जताई है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि इसका ध्यान केवल उत्तर कोरिया के खतरों पर है लेकिन चीन की चिंता है कि प्रणाली का इस्तेमाल इसके लांचर्स के खिलाफ किया जा सकता है।

बीजिंग में अपने रूसी समकक्ष के साथ संवाददाता सम्मेलन में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, ‘‘दक्षिण कोरिया में अमेरिकी की तरफ से टीएचएएडी प्रणाली की तैनात की संभावना को लेकर हम दोनों काफी चिंतित हैं।’’ बहरहाल अर्नेस्ट ने उनकी चिंताओं को खारिज करते हुए कहा, ‘‘चीन के हित में यह नहीं है कि उनके समक्ष इस तरह की अस्थिरता वाली गतिविधि हो।’’

अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘वे इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि उत्तर कोरिया को भड़काऊ कृत्यों को न करने के लिए कहें जो कि खुद उनके हित में है।’’ व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता काफी मजबूत है। दक्षिण कोरिया निकट सहयोगी है और इसका मतलब है कि अमेरिका उनको सुरक्षित रखने में अपने संसाधनों का निवेश करने को तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने उत्तर कोरिया का लगातार भड़काऊ व्यवहार देखा है खासकर पिछले कुछ महीने में जिसमें उन्होंने अपनी सैन्य शक्ति का प्रयोग हमारे सहयोगियों के खिलाफ करने का संकल्प लिया है।’’

उत्तर कोरिया ने फरवरी में दावा किया कि उसने एक उपग्रह छोड़ा है जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया जिसे छिपाने के लिए उसने यह दावा किया। इस मिसाइल को परमाणु आयुध से लैस माना जाता है। इसके तुरंत बाद उत्तर कोरिया ने दावा किया कि उसने एक शक्तिशाली हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया। अर्नेस्ट ने दावा किया कि यही कारण है कि अमेरिका रक्षा प्रणाली की तैनाती के लिए दक्षिण कोरिया से बातचीत कर रहा है। अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘यह चर्चा जारी है। मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूं कि उपकरण की तैनाती उत्तर कोरिया के खतरे की तरफ लक्षित है न कि चीन या रूस की तरफ है।’'

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


Tags

    अन्य न्यूज़