कायदे में रहोगे तो...अमेरिका के नए विदेश मंत्री पर क्यों भड़क गए जिनपिंग के सिपहसालार

Jinping
ANI
अभिनय आकाश । Jan 25 2025 7:43PM

अमेरिकी सीनेटर के रूप में रुबियो द्वारा देश की मुखर आलोचना के कारण रुबियो और चीन के बीच रिश्ते ख़राब रहे हैं। उन्होंने चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल उठाए हैं। चीनी सरकार ने 2020 में उन पर दो बार प्रतिबंध लगाए। चीनी विदेश मंत्रालय ने तदनुसार कार्य करने के बजाय सही विकल्प चुनें और वे जो कहते हैं या करते हैं उसके बारे में बहुत विवेकपूर्ण रहें जैसे शब्दों का प्रयोग किया है।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बात की और एक मुहावरा कहा जिसे अगर हिंदी के मुहावरे से समझें तो मतलब कमोबेश कायदे में रहो जैसा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष राजनयिक के रूप में पुष्टि के बाद पहली बार रुबियो से बात करते हुए वांग यी ने यह संदेश दिया। चीनी विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार वांग ने रुबियो से कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप तदनुसार कार्य करेंगे। वांग यी ने एक चीनी वाक्यांश का इस्तेमाल किया, जिसे आमतौर पर एक शिक्षक या बॉस किसी छात्र या कर्मचारी को व्यवहार सुधारने के लिए करते हैं।

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अमेरिकी सीनेटर के रूप में रुबियो द्वारा देश की मुखर आलोचना के कारण रुबियो और चीन के बीच रिश्ते ख़राब रहे हैं। उन्होंने चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल उठाए हैं। चीनी सरकार ने 2020 में उन पर दो बार प्रतिबंध लगाए। चीनी विदेश मंत्रालय ने तदनुसार कार्य करने के बजाय सही विकल्प चुनें और वे जो कहते हैं या करते हैं उसके बारे में बहुत विवेकपूर्ण रहें जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि रुबियो ने वांग से कहा कि ट्रंप प्रशासन चीन के साथ अपने संबंधों में अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाएगा। बयान में ताइवान और दक्षिण चीन सागर में चीन की बलपूर्वक कार्रवाई पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है। 

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इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप अपने कट्टर चीन विरोधी रुख के लिए जाने जाते हैं। उनका लक्ष्य चीन को रणनीतिक और आर्थिक रूप से चुनौती देना है। ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद, चीन ने नियम-आधारित बहुध्रुवीय दुनिया पर जोर दिया। दूसरी तरफ चीन ने भी अमेरिका और पश्चिमी देशों को अपनी संप्रभुता के लिए खतरा बताया है। हाल ही में चीन के खुफिया विभाग ने कहा था कि अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश के एजेंट चीन की जानकारी चुराना चाहते हैं। 

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