150 साल जिएंगे...पुतिन-जिनपिंग-किम का हॉट माइक ऑन, वायरल हो गई तीनों नेताओं की अमर होने वाली बहस

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अभिनय आकाश । Sep 4 2025 7:44PM

पुतिन कहते हैं बायोटेक के साथ अंगों को अनगिनत बार बदला जा सकता है। लोग अमर भी हो सकते हैं। इसमें शी जिनपिंग आगे आते हैं और कहते हैं कि कुछ लोगों का अनुमान है कि इस सदी में लोग 150 साल तक जी सकते हैं।

बायोटेक के साथ, अंगों को अनगिनत बार बदला जा सकता है। लोग अमर भी हो सकते हैं. अरे कुछ लोगों का तो अनुमान है कि इस सदी में लोग 150 साल भी जी सकते हैं। ये दुनिया के दो शक्तिशाली नेताओं की बातचीत का हिस्सा है। चीन की राजधानी बीजिंग में विक्ट्री डे परेड के मौके पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ये बातें कर रहे थे। सबसे पहले शी जिनपिंग कहते हैं कि पहले लोग 70 साल से ज्यादा नहीं जी पाते थे। आज लोग 70 उम्र के भी मानो आप एक बच्चे की तरह ही हैं। इस पर पुतिन कहते हैं बायोटेक के साथ अंगों को अनगिनत बार बदला जा सकता है। लोग अमर भी हो सकते हैं। इसमें शी जिनपिंग आगे आते हैं और कहते हैं कि कुछ लोगों का अनुमान है कि इस सदी में लोग 150 साल तक जी सकते हैं।

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पूरी बातचीत के दौरान पुतिन और जिनपिंग ये बातें कहते हैं तब इन दोनों के बगल में किम जोंग उन मुस्कुराते नजर आते हैं। हॉट माइक ब्रॉडकास्टिंग में बातचीत को रिकॉर्ड करता है। इसी में लाइवस्ट्रीम के दौरान इन तीनों नेताओं की अमर होने वाली बहस रिकॉर्ड हो गई। तीनों नेता उस समय फॉरेन लीडर्स की डेलीगेशन की तरफ बढ़ रहे थे। इन सब का चीन से लेकर रूस तक में लाइन ब्रॉडकास्टिंग चल रहा था। इसी दौरान नेताओं की ये बातचीत ब्रॉडकास्ट हो गई। जो अब वायरल हो गई। इसके बाद पुतिन का इस पर एक बयान भी सामने आया। जिसमें उन्होंने कहाकि हमने वाकई इस पर चीन के राष्ट्रपति संग इसपर चर्चा की थी। लोग ज्यादा लंबा जीवन जी सकेंगे।  

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पुतिन और शी जिनपिंग कई अंगों के प्रत्यारोपण और शायद बार-बार होने की बात कर रहे होंगे। हालांकि, सर्जरी एक बड़ा काम है, जिसमें कई जोखिम भी होते हैं। हर बार जब आप सर्जरी करवाते हैं, तो आप एक बड़ा जोखिम उठाते हैं। वर्तमान में जिन लोगों को नया अंग मिलता है, उन्हें जीवन भर इम्यूनोसप्रेसेंट नामक शक्तिशाली एंटी-रिजेक्शन दवाएं भी लेनी पड़ती हैं। इनके दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जैसे उच्च रक्तचाप, और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अस्वीकृति - जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली प्रत्यारोपित अंग पर हमला करना शुरू कर देती है क्योंकि वह इसे किसी अन्य व्यक्ति से आया हुआ मानती है - कभी-कभी तब भी हो सकती है जब आप अपनी दवा ले रहे हों। 

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