मोदी सरकार के 100 दिन में लिए गए 11 बड़े सामाजिक फैसले

मोदी सरकार ने बच्चों और माताओं को संतुलित आहार और पोषण पर विशेष ध्यान दिया है। इसी के मद्देनजर सितंबर महीने को ‘पोषण माह’ के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने पोषण माह को महिलाओं और बच्चों का सेहतमंद भविष्य सुनिश्चित करने के लिए एक सराहनीय पहल बताया। उन्होंने सभी तबके के लोगों से इस असाधारण कदम का समर्थन करने का अनुरोध किया।
सफलता की तरह सुंदरता भी देखने वाले की निगाहों में होती है। राजनीति में 100 दिन का समय काफी लंबा समय नहीं होता है। मोदी सरकार को दोबारा मिले पांच साल के जनादेश के हिसाब से समय का यह टुकड़ा छोटा हो सकता है। इतने समय में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं और कई चुनौतियां बाकी हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के 100 दिन पूरा होने पर मीडिया में विमर्श, संवाद और विवाद निरंतर है। सरकार स्वयं भी इन विमर्शों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही। इन 100 दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चाहने वालों के दिलों में, विपक्ष के निशाने पर और दुनिया के सभी बड़े देशों की नजरों में लगातार बने रहें। मोदी सरकार के लिए यह 100 दिन किसी उपलब्धि से कम नहीं क्योंकि उन्होंने हिंदुस्तानियों को भरोसा और आत्मविश्वास दिया है। राजनीति और सरकार की सक्रियता से भी कुछ बदल सकता है यह भरोसा दिलाया। जन अपेक्षाओं का भार बहुत ज्यादा होता है, जितनी अपेक्षा उतना दबाव और उतनी ही कठोर कसौटी। मोदी सरकार को भी उसी कसौटी पर परखा जा रहा है। 100 दिन के शासन पर नरेन्द्र मोदी के अभी तक के कार्यकाल के 11 बड़े सामाजिक फैसलों पर नज़र डालती एक विशेष रिपोर्ट।
तीन तलाक से दिलाई मुक्ति

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