UP में 24 घंटों मेे 2,35,959 कोविड टेस्ट किये गये, टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा

Covid

विगत 24 घंटों में 2,35,959 कोविड टेस्ट किये गये। प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है, अब तक लगभग 03 करोड़ 76 लाख कोविड की डोज दी जा चुकी है। माह अगस्त के अन्त तक सब मिलाकर 10 करोड़ टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया।

मुख्यमंत्री के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आशिंक कोरोना कर्फ्यू तथा टीकाकरण के अभिनव प्रयोग से प्रदेश में कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में सफलता मिली है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू के समय से प्रदेश में जीवन और जीविका बचाने के उद्देश्य से औद्योगिक, आर्थिक गतिविधियां, चीनी मिले और गेहूॅ खरीद निर्बाध रूप से चलते रहे। 3टी के कारण ही 30 अप्रैल के एक्टिव मामले 3,10,783 घटकर आज 1489 तथा 23 मार्च के प्रतिदिन कोविड केस 38 हजार से घटकर 59 हो गये। प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं की जा रही है, विगत 24 घंटों में 2,35,959 कोविड टेस्ट किये गये। प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है, अब तक लगभग 03 करोड़ 76 लाख कोविड की डोज दी जा चुकी है। माह अगस्त के अन्त तक सब मिलाकर 10 करोड़ टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया। उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट एवं टीकाकरण करने वाला राज्य है। निगरानी समितियों के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण करके संक्रमण की जानकारी ली जा रही है तथा टेस्ट कराये जा रहे है। लगभग 16 लाख मेडिकल किट भी बांटी गयी 97 हजार ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर। सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.23 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत 6700 से अधिक पीकू बेड की व्यवस्था की गयी। प्रदेश में भविष्य में ऑक्सीजन की कमी न हो उसकी व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। प्रदेश में 548 ऑक्सीजन प्लांट में से अबतक 145 से अधिक प्लांट क्रियाशील हो गये है।

इसे भी पढ़ें: योगी का निर्देश, यूपी में कोरोना प्रोटोकॉल के साथ हो सकेगी पारंपरिक कांवड़ यात्रा

प्रत्येक अस्पताल के पास अपना ऑक्सीजन प्लांट हो इसका प्रयास किया जा रहा है

मुख्यमंत्री ने टीम-9 की बैठक में निर्देश दिये है कि टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि से ग्रसित मरीजों की जागरूकता, पहचान और उपचार के लिए घर-घर पर दस्तक अभियान प्रारम्भ हो चुका है। अभियान के संपन्न होने के उपरांत 26 जुलाई से आयुष्मान भारत योजनांतर्गत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जाए। मंगलवार के स्थान पर प्रत्येक माह के प्रथम और तृतीय शनिवार को तहसील दिवस तथा द्वितीय और चतुर्थ शनिवार को थाना दिवस का आयोजन किया जाए। तहसील दिवस व थाना दिवस में प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का निराकरण समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ किया जाए जनमहत्व के इन कार्यक्रमों के लिए जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान जवाबदेह होंगे।

वरिष्ठ नागरिकों को त्वरित सहायता के लिए संचालित हेल्पलाइन नम्बर

14567 सेवा को विशेष एम्बुलेंस सेवा से जोड़ा जाए। आशा वर्कर के माध्यम वरिष्ठ नागरिकों से संवाद स्थापित किया जाए। प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों के क्रम में सीएचसी/पीएचसी स्तर पर हेल्थ एटीएम की स्थापना कराई जाए। 18 जुलाई तक के लिए वरासत अभियान को अगले एक सप्ताह के लिए और विस्तार दिया जाए। उन भूमिधरों की वरासत, उनके विधिक उत्तराधिकारियों के नाम दर्ज करने के लिए विशेष वरासत अभियान संचालित किया जा रहा है।

इसे भी पढ़ें: केशव मौर्य ने जनता दर्शन में आये मरीजों के इलाज हेतु आर्थिक सहायता दिलाने सम्बन्धित दिये निर्देश

अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आशिंक कोरोना कर्फ्यू तथा टीकाकरण के अभिनव प्रयोग से प्रदेश में कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में सफलता मिली है। आंशिक कोरोना कर्फ्यू के समय से प्रदेश में जीवन और जीविका बचाने के उद्देश्य से औद्योगिक, आर्थिक गतिविधियां, चीने मिले और गेहूॅ खरीद निर्बाध रूप से चलते रहे। उन्होंने बताया कि 3टी के करण ही 30 अप्रैल के एक्टिव मामले 3,10,783 घटकर आज 1489 तथा 23 मार्च के प्रतिदिन कोविड केस 38 हजार से घटकर 59 हो गये है। प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं की जा रही हैं। विगत 24 घंटों मेे 2,35,959 कोविड टेस्ट किये गये है। प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तक लगभग 03 करोड़ 76 लाख कोविड की डोज दी जा चुकी है। माह अगस्त के अन्त तक सब मिलाकर 10 करोड़ टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट एवं टीकाकरण  करने वाला राज्य है। सहगल ने बताया कि निगरानी समितियों के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण करके संक्रमण की जानकारी ली जा रही है तथा टेस्ट भी कराये गये, इसके साथ-साथ लगभग 16 लाख मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.23 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है। सहगल ने बताया कि संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत 6700 से अधिक पीकू बेड की व्यवस्था की गयी है। प्रदेश में भविष्य में ऑक्सीजन की कमी न हो उसकी व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। प्रदेश में 548 ऑक्सीजन प्लांट में से अबतक 145 से अधिक प्लांट क्रियाशील हो गये है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक अस्पताल के पास अपना ऑक्सीजन प्लांट हो इसका प्रयास किया जा रहा है। सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने टीम-9 की बैठक में निर्देश दिये है कि टीबी के सक्रिय मरीज, डेंगू, फाइलेरिया, मलेरिया और इंसेफेलाइटिस आदि से ग्रसित मरीजों की जागरूकता, पहचान और उपचार के लिए दस्तक अभियान प्रारम्भ हो चुका है। अभियान के संपन्न होने के उपरांत 26 जुलाई से आयुष्मान भारत योजनांतर्गत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मंगलवार के स्थान पर प्रत्येक माह के प्रथम और तृतीय शनिवार को तहसील दिवस तथा द्वितीय और चतुर्थ शनिवार को थाना दिवस का आयोजन किया जाए। तहसील दिवस व थाना दिवस में प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का निराकरण समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ किया जाए। जनमहत्व के इन कार्यक्रमों के लिए जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान जवाबदेह होंगे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को त्वरित सहायता के लिए संचालित हेल्पलाइन नम्बर 14567 सेवा को विशेष एम्बुलेंस सेवा से जोड़ा जाए। आशा वर्कर के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों से संवाद स्थापित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के प्रयासों के क्रम में सीएचसी/पीएचसी स्तर पर हेल्थ एटीएम की स्थापना कराई जाए। इसे नजदीकी जिला अस्पताल की टेलीकन्सल्टेशन सेवा से भी जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 18 जुलाई तक के लिए प्रस्तावित वरासत अभियान को अगले एक सप्ताह के लिए और विस्तार दिया जाए। कोविड-19 महामारी के कारण जिन लोगों का असामयिक निधन हुआ है, उन भूमिधरों की वरासत, उनके विधिक उत्तराधिकारियों के नाम दर्ज करने के लिए विशेष वरासत अभियान संचालित किया जा रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़