महाड़ में मरने वालों की संख्या हुयी 24, दो और शव बरामद
दो और शव मिलने के साथ ही महाड़ में अंग्रेजों के जमाने के पुल के गिर जाने के कारण दो सरकारी बसों और कुछ निजी वाहनों के बह जाने की घटना में मरने वालों की संख्या 24 हो गयी है।
मुंबई। सावित्री नदी में तलाशी अभियान के दौरान आज दो और शव बरामद किये जाने के साथ ही महाड़ में अंग्रेजों के जमाने के पुल के गिर जाने के कारण दो सरकारी बसों और कुछ निजी वाहनों के बह जाने की घटना में मरने वालों की संख्या 24 हो गयी है। रायगढ़ जिले के एक अधिकारी ने आज बताया, ‘‘नदी में विभिन्न स्थानों से दो और शव जो पुरूषों के हैं, बरामद किये गये हैं। इसके साथ ही अब मरने वालों की संख्या बढ़ कर 24 हो गयी हैं। इनमें से एक का शव महापराल पुल और दूसरा अंबर क्रीक के नजदीक मिला।’’
उन्होंने बताया कि आज सुबह कई एजेंसियों और स्थानीय गोताखोरों सहित एक ताजा तलाशी अभियान चलाया गया। यह हादसा महाड़ में मंगलवार रात में उस समय हुआ जब मुंबई गोवा राजमार्ग पर स्थित करीब सौ साल पुराना एक पुल ध्वस्त हो गया जिसके कारण दो सरकारी बस और कुछ निजी वाहन उफनती नदी में बह गये। पहचान किये गये 22 पीड़ितों में से 10 राजपुर-बोरिवली बस में सवार थे जबकि सात जयगढ़-मुंबई बस में यात्रा कर रहे थे। दोनों बसें महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम की थी। तटरक्षक, एनडीआरएफ और नौसेना की करीब 12 नौकाएं और करीब 160 कर्मचारियों को तलाशी अभियान में लगाया गया है।
जिला प्रशासन स्थानीय मछुआरों की भी मदद ले रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा है कि सरकार मृतकों के निकटतम परिजन को पांच लाख रूपया देगी। सरकार ने पूर्व में ही घोषणा कर दी है कि दोनों सरकारी बसों के मृतक प्रत्येक कर्मचारी के परिजन को सरकारी नौकरी दी जाएगी या 10-10 लाख रूपया मुआवजा दिया जाएगा। फड़णवीस ने कहा था कि मंगलवार रात में पुल के ध्वस्त हो जाने के बाद दो सरकारी बसों के अलावा, एक टवेरा और एक होंडा सिटी कार भी नदी में गिर गयी थी।
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