गुरुग्राम के मंदिर में फल का रस पीने के बाद 25 लोग बेहोश, आखिर क्या था प्रसाद के अंदर

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हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित एक मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा दिया गया फलों का रस पीने के बाद 25 लोग अचेत हो गए जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि व्यक्ति ने रस को प्रसाद बता कर वितरित किया था। पुलिस को शक है कि पेय में नशीला पदार्थ मिलाया गया होगा।

गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित एक मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा दिया गया फलों का रस पीने के बाद 25 लोग अचेत हो गए जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि व्यक्ति ने रस को प्रसाद बता कर वितरित किया था। पुलिस को शक है कि पेय में नशीला पदार्थ मिलाया गया होगा। उन्होंने बताया कि घटना फर्रुखनगर स्थित बुद्धो माता मंदिर में मंगलवार की शाम को हुई। फर्रुखनगर थाना प्रभारी सुनील बेनीवाल ने कहा, “पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती किया गया जहां से उन्हें बुधवार को सुबह छुट्टी दे दी गई।

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अभी तक लूट या चोरी की किसी घटना की सूचना नहीं है। हम उस व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं जिसने पेय पदार्थ वितरित किया था।” उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 328, 336 और 120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा कि अज्ञात व्यक्ति मंदिर परिसर में प्रसाद बताकर फलों का रस वितरित कर रहा था। इस मामले में शिकायतकर्ताओं में से एक, दिल्ली के निवासी सुशील कुमार अपने परिवार के साथ मंदिर पहुंचे थे।

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उन्होंने कहा, “हम अपनी कार से नीचे उतरे ही थे कि एक व्यक्ति आया और उसने गिलास में फलों का रस दिया। उसने कहा कि यह प्रसाद है और वह सभी को दे रहा है।” कुमार ने शिकायत में कहा, “रस पीने के बाद मेरी पत्नी और भतीजी अचेत हो गए। हमने और लोगों को रोते सुना, उन्होंने भी रस पिया होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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