उत्तर प्रदेश में 349 क्षेत्र पंचायत प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित, 476 पदों के लिए मतदान

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उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की कड़ी में शुक्रवार को राज्‍य में 349 क्षेत्र पंचायत प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए, जबकि 476 पदों के लिए शनिवार को मतदान होगा। उत्तर प्रदेश के राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त मनोज कुमार ने एक बयान में यह जानकारी दी।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की कड़ी में शुक्रवार को राज्‍य में 349 क्षेत्र पंचायत प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए, जबकि 476 पदों के लिए शनिवार को मतदान होगा। उत्तर प्रदेश के राज्‍य निर्वाचन आयुक्‍त मनोज कुमार ने एक बयान में यह जानकारी दी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पदाधिकारी ने दावा किया है कि निर्विरोध चुने गये क्षेत्र पंचायत प्रमुखों में से 334 भाजपा के हैं। हालांकि प्रदेश में क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव में विपक्ष खासकर समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा पर धांधली करने और लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया है।

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उधर, पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार देर रात जारी बयान में कहा, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने के बाद जातिवाद व भ्रष्टाचार को खत्म कर विकास व सुशासन का राज्य स्थापित किया गया है। यही कारण है कि प्रदेश में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी भाजपा लगातार विजय प्राप्त कर रही है। यह जीत भाजपा की नीतियों पर जनता की मोहर है। गौरतलब है कि राज्‍य में 825 क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के चुनाव की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ शुरू हुई और आज शुक्रवार को नामांकन पत्रों की वापसी तय थी। शनिवार को मतदान सुनिश्चित किया गया है।

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निर्वाचन आयुक्‍त ने बताया कि 825 प्रमुख क्षेत्र पंचायत के पदों के लिए कुल 1,718 नामांकन प्राप्त हुए जिनमें 68 नामांकन रद्द होने, 187 उम्मीदवारों द्वारा अपना नामांकन वापस लिए जाने के बाद 1,710 वैध उम्मीदवार पाए गए हैं। कुमार ने बताया कि शनिवार को 476 प्रमुख क्षेत्र पंचायत के पदों के लिए पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान तथा अपराह्न तीन बजे से मतगणना कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि गोंडा जिले के मुजेहना क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल पूर्ण नहीं होने के कारण वहां चुनाव नहीं कराया जा रहा है। इसबीच, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ भाजपा पर क्षेत्र पंचायत प्रमुखों के चुनाव में लोकतंत्र को क्षति पहुंचाने और चुनाव प्रक्रिया के दौरान महिलाओं के साथ अभद्रता का आरोप लगाया है। शुक्रवार को जारी एक बयान में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने क्षेत्र पंचायत चुनाव को लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय बताते हुए कहा, भाजपा सरकार में महिलाओं का सम्मान सुरक्षित नहीं है। ब्लॉक प्रमुख चुनाव में आधी आबादी के साथ भाजपाइयों का बर्ताव घिनौना और निंदनीय रहा है।

लखीमपुर के पसगवां ब्लाक में नामांकन के समय सपा प्रत्याशी ऋतु सिंह एवं उनकी प्रस्तावक अनीता यादव के साथ दुर्व्‍यवहार किया गया और उनकी साड़ी खींची गयी। चीरहरण की यह घटना लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय है। सिद्धार्थनगर, बहराइच और कुशीनगर समेत कई जिलों में सपा उम्मीदवारों के साथ अराजकता और अभद्रता का आरोप लगाते हुए सपा प्रमुख ने कहा, उत्तर प्रदेश के प्रत्येक नामांकन केन्द्र में पहले से भाजपा के दर्जनों दबंग उपस्थित होकर निष्पक्ष चुनाव को खुली चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने कहा, यूपी में संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली भाजपा को जनता सबक सिखाने के लिए तैयार है। सरकारी मशीनरी और गुंडागर्दी के बलबूते जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा करना भाजपा को भारी पड़ेगा। उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि इस कार्यक्रम में पार्टी के सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल होंगे और उनसे दो गज की दूरी और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से करने की अपेक्षा की गई है।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनावों में धनबल और सत्ता के घोर दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि हिंसक घटनाओं ने सपा शासन की याद ताजा करा दी है। बसपा प्रमुख ने ट्वीट किया, ‘‘उप्र पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान भी सत्ता व धनबल का घोर दुरुपयोग और हिंसा आदि जो हो रही है वह सपा शासन की ऐसी अनेकों यादें ताजा कराती है।इसीलिए बसपा ने इन दोनों अप्रत्यक्ष चुनावों को नहीं लड़ने का फैसला लिया। उन्होंने भाजपा के साथ-साथ सपा पर भी जमकर निशाना साधा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, प्रदेश के ब्लॉक प्रमुख चुनाव में जिस तरह से गुंडई, दबंगई, सरकारी मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग कर सत्ता प्रायोजित गुंडो ने जंगलराज स्थापित कर लोकतंत्र का चीरहरण कर महिलाओं के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ करने साथ विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन करने से रोका गया, उनके पर्चे फाड़े गये, उनका अपहरण किया गया इससे यह साबित हो गया कि भाजपा और उसकी सरकार का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।

लखीमपुर खीरी की घटना पर को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लल्‍लू ने कहा, ‘‘लखीमपुर में जिस तरह ब्लॉक प्रमुख पद की महिला प्रत्याशी और महिला प्रस्तावक के साथ निर्वाचन कार्यालय के बाहर पुलिस अफसरों की मौजूदगी में भाजपाइयों ने चीरहरण का दुस्साहस किया, वह यह बताता है कि उत्तर प्रदेश में सरकार धृतराष्ट्र की तरह सब कुछ देखती रही और गुंडों को खुलेआम संरक्षण देने का काम किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ अपमान करने वाली भाजपा सरकार को इस घटना के लिए तत्काल माफी मांगनी चाहिए। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज रात जारी बयान में प्रदेश की जनता को एक बार फिर अन्त्योदय नीति का साथ देने के लिए हृदय से आभार जताया और कहा, ‘‘जनता का लगातार आशीर्वाद मिल रहा है जिससे चुनाव दर चुनाव भाजपा और भी मजबूत हुई है।”

उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 2014 के आम चुनाव से लोककल्याण के संकल्प के साथ भाजपा का विजय रथ आगे बढ़ रहा है। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, “कानून का राज स्थापित करके गुंडागर्दी और आपराधिक प्रवृत्तियों पर योगी सरकार ने कुठाराघात किया है। यही कारण है कि धनबल व बाहुबल से इतर भाजपा के सामान्य कार्यकर्ता पंचायत चुनाव में विजयी हो रहे है। यह आदर्श लोकतंत्र की परिकल्पना का साकार रूप है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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