पुत्तिंगल मंदिर के सात अधिकारियों ने किया आत्मसमर्पण

कोल्लम। अपराध शाखा के अधिकारी केरल के पुत्तिंगल देवी मंदिर की प्रबंधन समिति के उन सात सदस्यों से पूछताछ कर रहे हैं जिन्होंने आज तड़के आत्मसमर्पण किया था। ये सदस्य मंदिर में आतिशबाजी के कारण हुए हादसे के बाद फरार हो गए थे। इस हादसे में 109 लोगों की मौत हो गई है। मंदिर न्यास के अध्यक्ष जयलाल, सचिव जे. कृष्णनकुट्टी, शिवप्रसाद, सुरेंद्रन पिल्लई और रविंद्रन पिल्लई ने अपराध शाखा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया और दो अन्यों- सुरेंद्रनाथन पिल्लई और मुरगेसन को पुलिस ने यहां आज सुबह गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि ‘‘उनसे पूछताछ की जा रही है’’ और प्रबंधन समिति के सदस्यों एवं रविवार तड़के की गई आतिशबाजी प्रदर्शनी के ठेकेदारों समेत कम से कम 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 100 वर्ष पुराने देवी मंदिर के अधिकारी हादसे के बाद से फरार थे। इस भीषण हादसे में 350 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं 307 (हत्या की कोशिश), 308 (गैर इरादतन हत्या की कोशिश) और विस्फोटक पदार्थ कानून की धारा चार के तहत मामला दर्ज किया है।
विस्फोटक पदार्थों संबंधी एक शीर्ष अधिकारी ने कल कहा था कि नियमों के घोर उल्लंघन और प्रतिबंधित रासायनिक पदार्थों के इस्तेमाल के कारण पुत्तिंगल हादसा हुआ। मंदिर के अधिकारियों समेत छह लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है।
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