मध्यप्रदेश में नये चेहरों पर आम आदमी पार्टी का चुनावी दारोमदार
अग्रवाल ने बताया, हमने राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों के लिये अपने उम्मीदवारों की पहली सूची 26 जून को घोषित कर दी थी. अब तक हमने 119 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं।
इंदौर। इसे चाहे सियासी मजबूरी कह लीजिये या रणनीति का हिस्सा कि मध्यप्रदेश में पहली बार सभी 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़कर "तीसरे ध्रुव" की संभावनाएं टटोलने जा रही आम आदमी पार्टी उम्मीदवारी के लिये नये चेहरों पर दांव लगा रही है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और दल की ओर से मुख्यमंत्री पद के आधिकारिक दावेदार आलोक अग्रवाल ने रविवार को "पीटीआई-भाषा" को बताया, "हमारे उम्मीदवारों में करीब 80 फीसदी चेहरे चुनावी राजनीति के लिहाज से एकदम नये हैं। हम चुनावी रणनीति के तहत नये चेहरों को ज्यादा से ज्यादा मौका दे रहे हैं क्योंकि जनता अन्य दलों के पुराने चेहरों से ऊब चुकी है और राजनीतिक परिदृश्य में ताजगी चाहती है।"
अग्रवाल ने बताया, "हमने राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों के लिये अपने उम्मीदवारों की पहली सूची 26 जून को घोषित कर दी थी. अब तक हमने 119 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं। इनमें से ज्यादातर चेहरे ऐसे हैं जो पहली बार कोई चुनाव लड़ रहे हैं।" उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी संभवत: 15 अक्तूबर तक राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिये अपने उम्मीदवार घोषित कर देगी।
बहरहाल, मध्यप्रदेश की सियासत पारंपरिक रूप से दो ध्रुवीय रही है और गुजरे बरसों में सत्ता की कमान कांग्रेस या भाजपा के ही हाथ में ही रही है। ऐसे में आम आदमी पार्टी सरीखे "तीसरे ध्रुव" के सियासी दलों के लिये इस बार कितनी चुनावी गुंजाइश है, यह पूछे जाने पर अग्रवाल कहते हैं, "हमारे लिये सबसे ज्यादा संभावनाएं हैं, क्योंकि सूबे पर पिछले 15 साल से राज कर रही भाजपा के खिलाफ जबर्दस्त सत्ताविरोधी लहर है। इसके बावजूद कांग्रेस मतदाताओं के बीच भाजपा का विकल्प बनने की स्थिति में नहीं है।"
उन्होंने कहा, "मध्यप्रदेश में सियासी निर्वात पैदा हो गया है और आगामी विधानसभा चुनावों में हम इसे भरने की कोशिश करेंगे। हम दिल्ली में ऐसा पहले ही कर चुके हैं, जहां फिलहाल हमारी सरकार है।" आम आदमी पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी ने जिन 119 उम्मीदवारों के नाम घोषित किये हैं उनमें से 94 उम्मीदवार चुनावी सियासत के लिहाज से नये हैं जिनमें पूर्व सैनिक, इंजीनियर, प्रबंधक और अन्य युवा पेशेवर शामिल हैं।
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