एक साल बाद विजय रुपाणी ने सुनाई इस्तीफे की कहानी, कहा- रात को आलाकमान का आया फोन, सुबह दे दिया हसंते हुए इस्तीफा

Vijay Rupani
ANI
रेनू तिवारी । Sep 28 2022 1:11PM

विजय रुपाणी कहा "उन्होंने मुझे पिछली रात बताया और मैंने अगले दिन अपना इस्तीफा दे दिया। 11 सितंबर, 2021 को पद छोड़ने वाले रूपाणी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें इसका कोई कारण नहीं बताया और न ही उन्होंने इसके बारे में पूछा। उन्होंने कहा मैंने कोई कारण नहीं पूछा और इसलिए उन्होंने मुझे एक कारण नहीं दिया।

गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में हर पार्टी अपनी जीत का दमखम भर रही हैं। इस बार गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हुई हैं। ऐस में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी अपनी जीत का दावा पेश कर रहे हैं। वहीं भारत की राह भी इस बार आसान नहीं हैं। आप के आने से राज्य में भाजपा को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता हैं, क्योंकि आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन के साथ पंजाब में अपनी सरकार बनाई हैं। पार्टी के कार्यकर्ता पिछले काफी समय से आप के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। गुजरात के त्रिकोण मुकाबले को देखते हुए मीडिया ने आने वाले चुनावों को लेकर गुजरात में पूर्व सीएम और भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय रुपाणी से खाल बात की। इस दौरान रुपाणी ने कई मुद्दों पर बात करते हुए भाजपा के अनुशासन की तारीफ की। उन्होंने कुर्सी छोड़ने के दौरान अपने साथ हुए किस्से को मीडिया से साझा किया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपने इस्तीफे से जुड़े सवाल पर बीजेपी नेता ने कहा कि एक रात मुझे पार्टी के आलाकमान का फोन आया सीएम पद से रिजाइन करने के लिए लिए और मैंने सुबह उठकर इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के करीब एक साल बाद इस वाकये का जिक्र करते हुए रुपाणी ने कहा कि मैंने खुशी से इस्तीफा दे दिया था।

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हंसते हुए किया था सीएम पद से रिजाइन

इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में विजय रुपाणी कहा "उन्होंने मुझे पिछली रात बताया और मैंने अगले दिन अपना इस्तीफा दे दिया। 11 सितंबर, 2021 को पद छोड़ने वाले रूपाणी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें इसका कोई कारण नहीं बताया और न ही उन्होंने इसके बारे में पूछा। उन्होंने कहा मैंने कोई कारण नहीं पूछा और इसलिए उन्होंने मुझे एक कारण नहीं दिया। मैंने पूछा होता तो शायद बता देते। लेकिन मैंने पूछने की भी जहमत नहीं उठाई क्योंकि मैं हमेशा से पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता रहा हूं। मैंने हमेशा वही किया है जो पार्टी ने मुझसे करने के लिए कहा है। पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया, तो मैं मान गया। तब पार्टी ने मुझसे कहा कि वे मुझे रिप्लेस कर रहे हैं और मैंने उन्हें खुशी-खुशी ऐसा करने को कहा। एक अच्छे कार्यकर्ता के रूप में, मैं कभी भी पार्टी लाइन के खिलाफ नहीं गया, और इसलिए अगले ही दिन अपना इस्तीफा दे दिया ... और मैंने इसे मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ प्रस्तुत किया, न कि उदास चेहरे के साथ।

 

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विजय रुपाणी को बनाया गया पंजाब का भाजपा प्रभारी

भाजपा के दिग्गज नेता को 2016 में भाजपा द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मध्यावधि में लाया गया था और पिछले साल 11 सितंबर को अचानक पद से हटा दिया गया। हाल ही में एक बड़े फेरबदल में रूपाणी को पंजाब और चंडीगढ़ में पार्टी प्रभारी की भूमिका सौंपी गई थी। इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के दृष्टिकोण से पंजाब एक कमजोर राज्य है। जब पार्टी ने मुझे राज्य की जिम्मेदारी दी है, तो उसे उम्मीद करनी चाहिए कि मैं वहां जाऊं और कड़ी मेहनत करूं और परिणाम प्राप्त करूं। इसलिए पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया है। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं इसे एक चुनौती और अपनी ताकत साबित करने के अवसर के रूप में देखता हूं।"

चुनाव नजदीक आने के साथ, रूपाणी ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) राज्य में कोई चुनौती नहीं है क्योंकि गुजरात के लोगों ने कभी भी "मुफ्त में चीजें पाने" में विश्वास नहीं किया है। अगर राज्य में भाजपा पिछले 27 वर्षों से शासन कर रही है, तो AAP अन्य बातों के अलावा, मोहल्ला क्लीनिकों में मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा का वादा कर रही है।

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