ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगाए पाकिस्तान समर्थक नारे, बेंगलुरु के इंजीनियर को उठा ले गई पुलिस

पुलिस ने कहा कि वीडियो से पुष्टि हुई है कि शुक्ला ने नारे लगाए थे। शुरुआत में दो लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन जांच में पता चला कि शुक्ला ही इसके लिए जिम्मेदार थे। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस कृत्य के पीछे के मकसद की अभी भी जांच की जा रही है।
बेंगलुरु में व्हाइटफील्ड पुलिस ने एक 26 वर्षीय तकनीकी विशेषज्ञ को अपने पीजी आवास की बालकनी से पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। छत्तीसगढ़ के शुभांशु शुक्ला के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी शहर की एक आईटी कंपनी में काम करते थे। यह घटना 9 मई को प्रशांत लेआउट में रात करीब 12.30 बजे हुई, जब पूरा देश 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का जश्न मना रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पास के एक पीजी में रहने वाले लोग नारे सुनकर घबरा गए और उन्हें किसी संभावित खतरे का अंदेशा हुआ। पड़ोसी पीजी के एक युवक ने इस घटना को अपने फोन पर रिकॉर्ड कर लिया और 112 डायल करके पुलिस को सूचित किया।
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पुलिस ने कहा कि वीडियो से पुष्टि हुई है कि शुक्ला ने नारे लगाए थे। शुरुआत में दो लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन जांच में पता चला कि शुक्ला ही इसके लिए जिम्मेदार थे। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस कृत्य के पीछे के मकसद की अभी भी जांच की जा रही है।
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एक अन्य घटना में नवाज नाम के एक व्यक्ति को बेंगलुरु पुलिस ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करने के लिए गिरफ्तार किया, जिसमें उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पर बम से हमला करने का आह्वान किया था। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान वायरल हुए इस वीडियो में सवाल उठाया गया था कि पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री के आवास पर बम क्यों नहीं गिराया।
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