बोडोलैंड की मांग पर लगा पूर्ण विराम, गृह मंत्री और NDFB के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में हुआ समझौता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में असम सरकार के साथ ये संगठन समझौता किया गया। जिसके तहत अब बोडोलैंड की मांग नहीं की जाएगी।
पूर्वोत्तर में एक अलग राज्य की लंबे समय से जारी मांग पर अब पूर्णविराम लग गया है। असम में पिछले लंबे समय से अलग बोडोलैंड की मांग करने वाले गुटों नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ़ बोरोलैंड, ऑल बोडो स्टूडेंट यूनियन और केन्द्र सरकार के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में असम सरकार के साथ ये संगठन समझौता किया गया। जिसके तहत अब बोडोलैंड की मांग नहीं की जाएगी।
Home Minister Amit Shah: Today Centre, Assam Govt and Bodo representatives have signed an important agreement. This agreement will ensure a golden future for Assam and for the Bodo people. https://t.co/tnxf8Y21Nb pic.twitter.com/hD9VaTL5f3
— ANI (@ANI) January 27, 2020
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आगामी 30 जनवरी को 130 हथियारों के साथ 1550 कैडर आत्मसमर्पण करेंगे। शाह ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में, मैं सभी प्रतिनिधियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सभी वादें समयबद्ध तरीके से पूरे होंगे।
Home Minister Amit Shah on agreement with National Democratic Front of Bodoland factions: 1550 cadres along with 130 weapons will surrender on 30th January. As the Home Minister, I want to assure all representatives that all promises will be fulfilled in a time-bound manner. pic.twitter.com/PNDGYFdyYZ
— ANI (@ANI) January 27, 2020
बता दें कि इस बड़े समझौते के एक दिन पहले असम बम धमाकों से दहल गया था। गणतंत्र दिवस के अवसर पर असम के डिब्रूगढ़, चराईदेव और तिनसुकिया में 5 धमाके हुए। हालांकि, इन धमाकों में किसी तरह के बड़े नुकसान की खबर नहीं हुई थी। इन धमाकों की जिम्मेदारी उल्फा (I) ने ली थी, जिसके कुछ सदस्यों ने बीते दिनों आत्मसमर्पण किया था।
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