कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए और समझौते के मुताबिक नए कानून बनें: चिदंबरम

Chidambaram

केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के निकट कई स्थानों पर किसान संगठन पिछले करीब तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सरकार के साथ किसान संगठनों की कई दौर की बातचीत बेनतीजा रही है।

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त कर किसानों के साथ बनी सहमति के आधार पर नए कानून बनाए जाने चाहिए। पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘यह चौंकाने वाला है कि दिल्ली की कड़कड़ाती सर्दी में किसानों के 20 दिनों के विरोध के बाद भी सरकार रद्द नहीं होगा के रुख पर कायम है। यह स्पष्ट है कि किसानों और सरकार के बीच किसी भी समझौते के लिए संसद में एक नए विधेयक को पारित करने की आवश्यकता होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सबसे आसान तरीका यह है कि वर्तमान कानूनों को निरस्त किया जाए और समझौते के आधार पर एक नया कानून फिर से बने।’’ चिदंबरम ने कहा कि सरकार को आसमान से नीचे उतरना चाहिए और किसानों के साथ शीघ्रता से समझौता करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के निकट कई स्थानों पर किसान संगठन पिछले करीब तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। सरकार के साथ किसान संगठनों की कई दौर की बातचीत बेनतीजा रही है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़