राजनीतिक हिंसा के लिये क्या मुख्यमंत्री लेंगे नैतिक जिम्मेदारीः अमित शाह

तिरुवनंतपुरम। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य में राजनीतिक हिंसा के लिये केरल की माकपा नीत एलडीएफ सरकार पर आज हमला किया। शाह ने मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से पूछा कि क्या वह ‘भाजपा/आरएसएस के 13 निर्दोष कार्यकर्ताओं की हत्या की नैतिक जिम्मेदारी’ लेने के लिये तैयार हैं। शाह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कथित भ्रष्टाचार और एक परिवार के शासन की वजह से कांग्रेस देश में खत्म हो गई है।
राज्य में पार्टी की 15 दिवसीय ‘जन रक्षा’ यात्रा के समापन पर पुतरीकांदम मैदान में यहां पार्टी की विशाल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले साल मई में मौजूदा सरकार के सत्ता में आने के बाद 13 कार्यकर्ता मारे गए हैं। इस रैली का आयोजन माकपा नीत एलडीएफ के शासन के तहत ‘वाम अत्याचार’ को उजागर करने के लिये किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं केरल के मुख्यमंत्री से पूछ रहा हूं कि क्या वह एलडीएफ सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य में 13 भाजपा/आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या की नैतिक जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीएम साहब, अगर आप लड़ना चाहते हैं तो विकास और विचारधारा के मामले में हमसे लड़ें।’’
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘संक्षिप्त अवधि में केरल की जनता माकपा को भी उसकी हिंसा के लिये उखाड़ फेंकेगी।’’ राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को भी नहीं बख्शते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और परिवार के शासन की वजह से पार्टी देश में खत्म हो चुकी है। शाह ने कहा कि अगर मार्क्सवादी पार्टी स्वतंत्रता के 70 वर्षों बाद भी महसूस करती है कि भाजपा/आरएसएस कार्यकर्ताओं का हिंसा के जरिये सफाया किया जा सकता है तो ये उनकी भूल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं माकपा से कहना चाहूंगा कि यह संभव नहीं है।’’
शाह ने विजयन से यह भी पूछा कि क्या लोगों ने उन्हें राज्य में भाजपा/आरएसएस कार्यकर्ताओं का सफाया करने के लिये जनादेश दिया था। इससे पहले, शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पलायम में मार्टर्स कॉलम से पुतरीकांदम मैदान तक तकरीबन दो किलोमीटर पदयात्रा की। यह मैदान प्रसिद्ध पद्मनाभस्वामी मंदिर के निकट है। भाजपा अध्यक्ष ने हाथ लहराया और हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन के नेतृत्व में यात्रा में शामिल हुए।
उन्होंने जनसभा को संबोधित करने से पहले राज्य में राजनीतिक हिंसा में जान गंवाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि भी दी। शाह ने गत तीन अक्तूबर को कन्नूर में पयान्नूर से यात्रा को हरी झंडी दिखाई दी थी। कन्नूर राज्य का उत्तरी जिला है जहां माकपा और भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष का इतिहास रहा है।
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