आर्मी के साथ कॉम्बेट रोल में असम राइफल्स की महिला सैनिक, LoC के पास ड्रग्स तस्करी रोकने के लिए तैनात
जम्मू कश्मीर की कुपवाड़ा में दल हजार फीट की ऊंचाई का इलाका साधना पास का वो इलाका जहां पर पहली बार महिला सैनिकों की ड्यूटी लगाई गई है। पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ दस-बारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस इलाके में चौकस निगाहों से महिला जवान इलाके के चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही हैं।
वैसे तो महिला जवान तथा अधिकारी लद्दाख स्काऊट में शामिल होकर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) तथा देश की सुरक्षा के साथ संबंधित जिम्मेदारी निभा रही हैं। इसी तरह बीएसएफ की महिलाओं को भी अंदरूनी सुरक्षा से जुड़े कार्य सौंपे गए हैं, पर पैरामिलिट्री फोर्स असम राइफल्स की 9 महिला सैनिकों को पहली बार आर्मी के साथ कॉम्बेट रोल में लाइन ऑफ कंट्रोल के काफी पास तैनात किया गया है। जम्मू कश्मीर की कुपवाड़ा में दल हजार फीट की ऊंचाई का इलाका साधना पास का वो इलाका जहां पर पहली बार महिला सैनिकों की ड्यूटी लगाई गई है। पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ दस-बारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस इलाके में चौकस निगाहों से महिला जवान इलाके के चप्पे-चप्पे पर नजर रख रही हैं।
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तैनाती का खास मकसद
इन्हें खास मकसद के तहत जम्मू कश्मीर में तैनाती दी गई है। आर्मी के टॉप ऑफिशल के अनुसार असम राइफल्स की महिला सैनिकों की तैनाती स्मगलिंग को रोकने के लिए की गई है। इस इलाके से स्मलिंग की घटनाओं के इनपुट सेना को ज्यादा मिल रहे थे। उस रिपोर्ट के अंतर्गत महिला, बच्चों और लड़कियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिनको सेना के जवान सही से सर्च नहीं कर पाते थे।
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