बिहार में अजब-गजब मामला... डोनाल्ड ट्रंप, डॉग बाबू के बाद अब बिल्ली के नाम से आया आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन

आवेदक का नाम कैट कुमार, जिसमें पिता के रूप में कैटी बॉस और माता के रूप में कैटिया देवी लिखा था। रोहतास की जिलाधिकारी (डीएम) उदिता सिंह के निर्देश पर, नासरीगंज के राजस्व अधिकारी कौशल पटेल ने नासरीगंज थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
बिहार में कुत्तों के लिए आवासीय प्रमाण पत्र के आवेदनों के बाद, सोमवार को रोहतास में एक बिल्ली के नाम पर आवासीय प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन किया गया। आवेदक का नाम कैट कुमार, जिसमें पिता के रूप में कैटी बॉस और माता के रूप में कैटिया देवी लिखा था। रोहतास की जिलाधिकारी (डीएम) उदिता सिंह के निर्देश पर, नासरीगंज के राजस्व अधिकारी कौशल पटेल ने नासरीगंज थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
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मामले की जाँच जारी है। इससे पहले 30 जुलाई को, इसी तरह की एक घटना में, "डोगेश बाबू" के नाम से एक कुत्ते की तस्वीर के साथ आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था, जिसके बाद नवादा के जिलाधिकारी ने कार्रवाई का आदेश दिया था। डीएम ने स्थानीय पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की गहन जाँच करने का निर्देश दिया है। एक व्यक्ति ने अपने पालतू कुत्ते, डोगेश बाबू, के लिए आवासीय प्रमाण पत्र के अनुरोध हेतु सिरदला आरटीपीएस (लोक सेवा का अधिकार) कार्यालय में एक ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन में एक पालतू कुत्ते की तस्वीर भी है।
मामला सामने आने पर नवादा के ज़िलाधिकारी रवि प्रकाश ने इसे गंभीरता से लिया और संबंधित अधिकारियों को जाँच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीएम रवि प्रकाश ने कहा कि "प्रशासनिक प्रक्रियाओं से इस तरह की छेड़छाड़ किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।" उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लिखा, "नकलची... या यूँ कहें कि नकलची, रजौली के सिरदला से निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते पकड़े गए। घटिया और घटिया हास्य-व्यंग्य के लिए एफ़आईआर दर्ज हो रही है।"
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पटना के मसौढ़ी अंचल कार्यालय में एक कुत्ते के नाम पर वैध आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। जिसके बाद यह मामला पूरे बिहार में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। अब नवादा के सिरदला की इस घटना ने सरकारी दस्तावेज़ों की प्रामाणिकता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
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