Bihar: गलवान शहीद के पिता की गिरफ्तारी पर भड़की बीजेपी, पुलिस महानिदेशक ने टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए

Martyr jawan
ANI
अंकित सिंह । Mar 1 2023 12:31PM

बिहार पुलिस ने कहा कि इस मामले में यदि कोई पुलिस पदाधिकारी या फिर कर्मी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। पूरे मामले पर भाजपा के निखिल आनंद ने बिहार सरकार की खिंचाई की और कहा कि हम नीतीश कुमार से पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करते हैं।

बिहार में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद के परिवार के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को लेकर जबरदस्त तरीके से आक्रोश है। पूरा का पूरा मामला वैशाली जिले का है। इस मामले में बिहार पुलिस पर शहीद के पिता को गिरफ्तार करने और उनके साथ बदसलूकी करने का आरोप लग रहा है। इसको लेकर अब बिहार पुलिस महानिदेशक ने एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दे दिए हैं। दूसरी ओर भाजपा इस मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ जबरदस्त तरीके से हमलावर हो गई है। बताया जा रहा है कि गलवान घाटी की घटना में जान गंवाने वाले सैनिक के पिता की गिरफ्तारी मामले को बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए गए हैं।

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बिहार पुलिस ने कहा कि इस मामले में यदि कोई पुलिस पदाधिकारी या फिर कर्मी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। पूरे मामले पर भाजपा के निखिल आनंद ने बिहार सरकार की खिंचाई की और कहा कि हम नीतीश कुमार से पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करते हैं। हालाँकि, तथ्य यह है कि जब मंत्री भारतीय सेना के खिलाफ बयान दे रहे हैं, तो पुलिस को लगता है कि वे कुछ भी कर सकते हैं। आपको बता दें कि जय किशोर सिंह के परिवार के सदस्यों, जिन्होंने 2020 गलवान घाटी संघर्ष में अपनी जान गंवाई, का आरोप है कि सिंह के पिता को वैशाली के जंदाहा में सरकारी भूमि पर अपने बेटे के लिए एक स्मारक बनाने के लिए पुलिस द्वारा पीटा गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

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जय किशोर सिंह के भाई ने कहा कि डीएसपी मैम ने दौरा किया था और हमें 15 दिनों के भीतर मूर्ति हटाने के लिए कहा था। बाद में थाना प्रभारी हमारे घर आए और मेरे पिता को गिरफ्तार कर लिया और मारपीट भी की। मैं भी एक सशस्त्र बल का जवान हूं। वहीं, एसडीपीओ महुआ ने बताया कि 23 जनवरी को हरि नाथ राम की जमीन और जंदाहा में सरकारी जमीन पर मूर्ति लगाने को लेकर एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। बाद में, प्रतिमा के चारों ओर दीवारें बनाई गईं। अवैध अतिक्रमण से भूस्वामियों के अधिकारों का हनन हो रहा है।  

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