Bihar Hooch Tragedy: जहरीली शराब पीने से अब तक 74 लोगों की मौत, सुशील मोदी का आरोप- आंकड़े छिपा रही नीतीश सरकार
सुशील मोदी ने आबकारी और प्रावधान अधिनियम की धारा 42 का भी हवाला दिया है। अपने बयान में सुशील मोदी ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2018 में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर शराब मौत का कारण साबित हुई तो मुआवजा दिया जाएगा।
बिहार के सारण में जहरीली शराब की वजह से अब तक लगभग 75 लोगों की मौत हो गई है। इसको लेकर भाजपा जबरदस्त तरीके से नीतीश कुमार और उनकी सरकार के पर हमलावर है। भाजपा जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रही है। हालांकि, नीतीश कुमार साफ तौर पर कह रहे हैं कि मुआवजा नहीं दिया जाएगा। जो शराब पिएगा और वह मरेगा। इन सबके बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर से नीतीश कुमार से सवाल पूछ लिया है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से मरने वालों को जब मुआवजा दिया गया था तो सारण त्रासदी ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पहले भी मुआवजा दिया गया था और अब भी देना पड़ेगा।
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सुशील मोदी ने आबकारी और प्रावधान अधिनियम की धारा 42 का भी हवाला दिया है। अपने बयान में सुशील मोदी ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2018 में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर शराब मौत का कारण साबित हुई तो मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने जहरीली शराब पीडि़तों के परिजनों को 4 लाख रुपये देने का वादा किया। उन्होंने दावा किया कि खजुरबानी जहरीली शराब त्रासदी में पीड़ितों के परिजनों को मुआवजा दिया गया। सारण त्रासदी में क्यों नहीं? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आबकारी और प्रावधान अधिनियम के अनुसार, नीतीश कुमार को सारण शराब त्रासदी पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देना होगा और भाजपा इन लोगों के लिए किसी भी हद तक जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बिहार सरकार पर गलत आंकड़े दिखाने का भी आरोप लगा दिा।
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सुसील मोदी ने पूछा कि क्या बिहार में 6 वर्षों में केवल 23 लोगों की मौत हुई है? झूठे आँकड़े NCRB को बिहार भेजता है। केवल गोपालगंज में 2016 में 19 मारे और सरकार ने 4 लाख मुआवज़ा दिया। परंतु 2016 में 7 मौत दिखाई गई। वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि कोई नीति सफल न हो तो उसपर पुनर्विचार करने की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि आज बिहार में शराब हर जगह बन रही है, बिक्री हो रही है। बिहार में शराब वो चीज हो गई है जो नीतीश कुमार को दिखाई नहीं देती पर हर जगह है। नीतीश कुमार को शराब नीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत है। वहीं, मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर भाजपा बिहार विधानसभा में जबरदस्त तरीके से हंगामा कर रही है। आज भी बिहार भाजपा नीतीश सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है।
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