सांप्रदायिक बैग पर धर्मनिरपेक्षता का टैग लगाकर घूम रहे है भाजपा के प्रतिद्वंद्वी दल: नकवी

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वर्ष 2014 के पहले रोजगार उन्मुख कौशल विकास के जरिए अल्पसंख्यक समुदाय के केवल 20,000 लोगों को फायदा मिला जबकि 2014 के बाद 6.9 लाख से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिला।

पिरावम/एट्टुमानूर (केरल)। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बृहस्पतिवार को केरल में भाजपा के लिए सघन प्रचार किया और प्रतिद्वंद्वी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मोदी को कोसने वाला ब्रिगेड’ ‘‘सांप्रदायिक बैग पर धर्मनिरपेक्षता का टैग’’ लगाकर नया राजनीतिक प्रयोग कर रहा है। केरल में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नीत राजग उम्मीदवारों के समर्थन में पिरावम, एट्टुमानूर और वाइकोम में विभिन्न जनसभा और रोड शो को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि भाजपा के लिए धर्मनिरपेक्षता एक संवैधानिक मिशन है और ‘छद्म धर्मनिरपेक्ष दलों के लिए यह वोट हथियाने का हथकंडा है।’ 

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, पश्चिम बंगाल में इंडियन सेक्युलर फ्रंट और केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के साथ तालमेल कर ‘धर्मनिरपेक्ष गिरोह’ बनाया है। नकवी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सांप्रदायिक आधार पर वोटों का दोहन करने में माहिर है और इसके लिए छद्म धर्मनिरपेक्षता का सहारा लेती है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की प्रत्येक कल्याणकारी योजना बिना तुष्टिकरण किए सबका विकास करने का है। 

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नकवी ने कहा कि केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यक समेत सभी जरूरतमंदों का सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी तरीके से काम किया है। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले केवल तीन करोड़ अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्ति दी गयी जबकि 2014 के बाद 4.5 करोड़ से ज्यादा अल्पसंख्यक छात्रों को अलग-अलग छात्रवृत्ति प्रदान की गयी। वर्ष 2014 के पहले रोजगार उन्मुख कौशल विकास के जरिए अल्पसंख्यक समुदाय के केवल 20,000 लोगों को फायदा मिला जबकि 2014 के बाद 6.9 लाख से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिला।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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