Insurance Case: सत्यपाल मलिक के करीबी के घर CBI का छापा, पूर्व राज्यपाल ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया

इस छापेमारी को लेकर सत्यपाल मलिक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीबीआई इस मामले में शिकायतकर्ता को परेशान कर रही है। वह (सनक बाली) बिना किसी सरकारी वेतन के जम्मू-कश्मीर में मेरे प्रेस सलाहकार/सचिव थे।
कथित बीमा मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के तत्कालीन प्रेस सचिव सुनक बाली के आवास पर सीबीआई की छापेमारी चल रही है। यह कार्रवाई संपत्तियों को लेकर हो रही है। सीबीआई द्वारा दर्ज दो भ्रष्टाचार के मामलों में प्रेस सचिव सुनक बाली मुख्य संदिग्ध हैं। सूत्रों ने कहा कि जिन जगहों पर छापेमारी की जा रही है, वे मलिक के वर्तमान और पूर्व सहयोगियों से जुड़े हैं। इससे पहले एजेंसी ने गत 28 अप्रैल को मलिक से पूछताछ की थी और आज यह कार्रवाई हो रही है। एजेंसी ने गत वर्ष अक्टूबर में मलिक के बयान भी दर्ज किए थे।
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इस छापेमारी को लेकर सत्यपाल मलिक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीबीआई इस मामले में शिकायतकर्ता को परेशान कर रही है। वह (सनक बाली) बिना किसी सरकारी वेतन के जम्मू-कश्मीर में मेरे प्रेस सलाहकार/सचिव थे। गौरतलब है कि मलिक ने कथित तौर पर एक ग्रुप मेडिकल इंश्योंरंस स्कीम तथा लोक निर्माण कार्यों के लिए ठेकों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। यह घोटाला मलिक के इस बयान के बाद सामने आया था कि उन्हें इससे संबंधित फाइल को मंजूरी देने के लिए रिश्वत की पेशकश की गयी थी।
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मलिक ने दावा किया था कि जब वह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे, उस दौरान उन्हें दो फाइल को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। वह 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 के बीच जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे। एजेंसी ने जम्मू कश्मीर सरकार के कर्मचारियों के लिए चिकित्सा बीमा योजना से संबंधित अपनी प्राथमिकी में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड को आरोपी बनाया है। कथित तौर पर योजना को 31 अगस्त, 2018 को राज्य प्रशासनिक परिषद की बैठक में मलिक द्वारा मंजूरी दी गई थी। बाद में यह योजना रद्द कर दी गई।
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