सिसोदिया के आरोपों को CBI ने किया खारिज, कहा- जांच में शामिल नहीं था सुसाइड करने वाला अधिकारी

manish Sisodia
ANI
अंकित सिंह । Sep 5 2022 4:16PM

सीबीआई ने कहा कि सिसोदिया के आरोपों को शरारती और भ्रामक बताते हुए सीबीआई ने साफ तौर पर कहा है कि स्वर्गीय जितेंद्र कुमार इस मामले की जांच से किसी भी तरह से जुड़े नहीं थे। वह अभियोजन के प्रभारी उप कानूनी सलाहकार थे।

दिल्ली में नई शराब नीति को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जबरदस्त तरीके से वार-पलटवार का दौर पिछले कुछ दिनों से जारी है। आज भाजपा की ओर से एक स्टिंग ऑपरेशन जारी करके केजरीवाल सरकार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा गया। भाजपा ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को नई शराब नीति से फायदा हुआ है। अब इसके बाद मनीष सिसोदिया की ओर से भी पलटवार किया गया है। मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि सीबीआई के एक अधिकारी ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उस पर उन्हें झूठे आबकारी मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला जा रहा था। अपने आरोप में सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई के उप. कानूनी सलाहकार जितेंद्र कुमार जी ने सुसाइड किया था। वो मेरे ख़िलाफ़ फ़र्ज़ी मामले की वैधता देख रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से 3 सवाल पूछे हैं।

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मनीष सिसोदिया ने सवाल सिया कि अधिकारियों पर इतना दबाव क्यों कि वो ख़ुदकुशी कर रहे हैं? दूसरा सवाल था कि केंद्र का काम केवल ऑपरेशन लोटस चलाना रह गया है? और तीसरा था कि सरकारें कुचलने के लिए और कितनी कुर्बानियां? मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह केवल विधायकों की खरीद फरोख्त करके गैर-भाजपा राज्यों में सरकारों को अस्थिर करने के बारे में सोचते हैं। हालांकि सिसोदिया ने साफ तौर पर कहा बार-बार कहा कि सीबीआई के एक अधिकारी पर मुझे झूठे आबकारी मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला गया। इसके साथ ही सिसोदिया ने कहा कि आप चाहें तो मुझे गिरफ्तार कर लें, लेकिन अपने अधिकारियों के परिवारों को बर्बाद न करें। 

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सीबीआई का पलटवार

वहीं, दूसरी ओर सीबीआई के सूत्रों ने सिसोदिया के आरोप को खारिज कर दिया। जिस अधिकारी ने सुसाइड किया था वह इस जांच में शामिल ही नहीं था। इसके साथ ही उसके पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला था। सीबीआई ने कहा कि सिसोदिया के आरोपों को शरारती और भ्रामक बताते हुए सीबीआई ने साफ तौर पर कहा है कि स्वर्गीय जितेंद्र कुमार इस मामले की जांच से किसी भी तरह से जुड़े नहीं थे। वह अभियोजन के प्रभारी उप कानूनी सलाहकार थे। इसके तहत वह उन अभियोजकों की निगरानी कर रहे थे, जो दिल्ली में पहले से ही आरोप-पत्र दाखिल हो चुके मुकदमों की सुनवाई में शामिल हो रहे हैं। सीबीआई ने यह भी कहा कि शराब नीति वाले केस में जांच चल रही है। अब तक किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है। सिसोदिया ने मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश की है। सीबीआई ने यह भी कहा है कि अधिकारी की मृत्यु की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। 

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