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चीन के साथ सीमा पर गतिरोध के बीच लद्दाख पहुंचे सीडीएस रावत, सुरक्षा स्थिति की करेंगे समीक्षा
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 11, 2021 19:39
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जनरल बिपिन रावत के मंगलवार को लद्दाख से कश्मीर की यात्रा करने की संभावना है। थल सेना और वायु सेना पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के मद्देनजर चीन के साथ लगी करीब 3500 किलोमीटर की एलएसी के पास किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार अवस्था में तैनात है।
नयी दिल्ली। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सेना की समग्र तैयारी की समीक्षा के लिए लद्दाख के दौरे पर हैं, जहां पिछले आठ महीने से जारी गतिरोध के बीच भारत और चीन के हजारों सैनिक ऊंचे पहाड़ों पर तैनात हैं। आधिकारिक सूत्रों ने सेामवार को बताया कि जनरल रावत को लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन और सेना के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी पूर्वी लद्दाख में सुरक्षा की स्थिति पर अवगत कराएंगे। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने लद्दाख के इस दौरे के पहले अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास दिंबाग घाटी, लोहित सेक्टर और सुबंसिरी घाटी में विभिन्न चौकियों समेत महत्वपूर्ण ठिकानों का दौरा किया था।
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एक सूत्र ने बताया, ‘‘सीडीएस पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में सुरक्षा की समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे।’’ जनरल रावत के मंगलवार को लद्दाख से कश्मीर की यात्रा करने की संभावना है। थल सेना और वायु सेना पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के मद्देनजर चीन के साथ लगी करीब 3500 किलोमीटर की एलएसी के पास किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार अवस्था में तैनात है। भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में विभिन्न स्थानों पर करीब 50,000 सैनिकों की तैनाती की है।
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अधिकारियों के मुताबिक चीन ने भी इतने ही सैनिकों की तैनाती कर रखी है। दोनों पक्षों के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर पर कई चरण की वार्ता के बावजूद अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। पिछले महीने थल सेना प्रमुख एम एम नरवणे ने पूर्वी लद्दाख का दौरा कर क्षेत्र में जमीनी हालात की समीक्षा की थी।
बिहार सरकार का नया फैसला, अब ठेकेदारों को देना होगा कैरेक्टर सर्टिफिकेट
- अभिनय आकाश
- जनवरी 21, 2021 20:02
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सरकार के काॅन्ट्रैक्ट में काॅन्ट्रैक्टरों को चरित्र प्रमाण पत्र लेना पड़ेगा। इसके साथ ही बस स्टाॅप, सब्जी मंडी जैसे पब्लिक हैंडलिंग काॅन्ट्रैक्ट वाले सभी टेंडर में ठेकेदारी करने वालों को भी अब चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा।
बिहार की नीतीश सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। राज्य में अब काॅन्ट्रैक्टरों को चरित्र प्रमाण पत्र लेना पड़ेगा। बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने रुपेश हत्याकांड के तार पार्किंग ठेकेदारी विवाद से जुड़े होने की आशंका जताई थी। अब माना ये जा रहा है कि इन्हीं घटनाओं के मद्देनजर सरकार ने इसस तरह का फैसला लिया है।
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जिसके अंतर्गत सरकार के काॅन्ट्रैक्ट में काॅन्ट्रैक्टरों को चरित्र प्रमाण पत्र लेना पड़ेगा। इसके साथ ही बस स्टाॅप, सब्जी मंडी जैसे पब्लिक हैंडलिंग काॅन्ट्रैक्ट वाले सभी टेंडर में ठेकेदारी करने वालों को भी अब चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा।
केन्द्र सरकार के स्वामित्व वाली जमीन से शरणार्थियों को जबरदस्ती हटाने नहीं दूंगी: ममता
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 19:55
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बनर्जी का यह बयान उन खबरों के बीच आया है, जिनमें कहा गया है कि ऐसे विभिन्न स्थानों को खाली करने के नोटिस जारी कर दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसे सभी शरणार्थियों को पट्टे (भूमि प्रमाण पत्र) देगी।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को जोर देकर कहा कि वह केन्द्र सरकार के संगठनों के स्वामित्व वाली जमीन से किसी भी शरणार्थी को बलपूर्वक हटाने नहीं देंगी। बनर्जी का यह बयान उन खबरों के बीच आया है, जिनमें कहा गया है कि ऐसे विभिन्न स्थानों को खाली करने के नोटिस जारी कर दिये गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसे सभी शरणार्थियों को पट्टे (भूमि प्रमाण पत्र) देगी।
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बनर्जी ने राज्य सचिवालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा, हमें जानकारी मिली है कि बांकुड़ा और हावड़ा में कुछ स्थानों पर केन्द्र सरकार के संगठनों ने बेदखली नोटिस लगाए हैं। लेकिन हमारी सरकार ऐसा नहीं होने देगी। हम उन्हें (शरणार्थियों को) योग्यता के आधार पर दलील (आधिकारिक दस्तावेज) देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते दो साल में 213 शरणार्थी कॉलोनियों को नियमित किया औरकुल 2,79,000 पट्टे जारी किये।
वाराणसी में कोरोना टीकाकरण के लाभार्थियों से शुक्रवार को संवाद करेंगे PM मोदी
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 19:50
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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बृहस्पतिवार को बताया कि टीकाकरण करा चुके लोग इस कार्यक्रम के दौरान वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री से टीकाकरण संबंधी अपने अनुभव भी साझा करेंगे।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीका लगा चुके लोगों से संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बृहस्पतिवार को बताया कि टीकाकरण करा चुके लोग इस कार्यक्रम के दौरान वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री से टीकाकरण संबंधी अपने अनुभव भी साझा करेंगे। बयान में कहा गया कि दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री की वैज्ञानिकों, राजनीतिक नेताओं, अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ निरंतर संवाद और चर्चा चल रही है।
इस मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘देश में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान जारी है। देश भर में हमारे अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवा रहे हैं। कल 22 जनवरी को (अपराह्न)1:15 बजे मैं वाराणसी में कोविड-19 टीकाकरण के लाभार्थियों और टीका लगाने वालों से संवाद करूंगा।’’ प्रधानमंत्री ने 16 जनवरी को देशव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी। टीकाकरण के पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को टीका लगाया जाएगा।The world’s largest vaccination drive is underway in India. Our frontline warriors are getting vaccinated across the nation. At 1:15 PM tomorrow, 22nd January, I would interact with beneficiaries and vaccinators of Covid vaccination drive in Varanasi, via video conferencing.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2021

