CDS बिपिन रावत के नाम चेयर ऑफ एक्सीलेंस, ये 10 बातें जो उन्हें बनाती हैं औरों से अलग

CDS Bipin Rawat
अभिनय आकाश । Mar 16 2022 8:30PM

जनरल रावत की 65वीं जयंती के अवसर पर भारतीय सेना ने सेना ने जनरल रावत की याद में यूएसआई में ‘चेयर ऑफ एक्सेलेंस’ की घोषणा की है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की याद में यूएसआई में ‘चेयर ऑफ एक्सेलेंस’ स्थापित किये जाने की घोषणा की।

भारत ने आज यानी 16 मार्च को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद उनकी पहली जयंती है और पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। जनरल रावत की 65वीं जयंती के अवसर पर भारतीय सेना ने सेना ने जनरल रावत की याद में यूएसआई में ‘चेयर ऑफ एक्सेलेंस’ की घोषणा की है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की याद में ‘यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया’ (यूएसआई) में ‘चेयर ऑफ एक्सेलेंस’ स्थापित किये जाने की घोषणा की। सेना ने कहा, ‘‘चेयर ऑफ एक्सेलेंस जनरल रावत के कुशाग्र नेतृत्व और पेशेगत विशेषज्ञता को एक श्रद्धांजलि है।

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जनरल बिपिन रावत के बारे में जानने योग्य कुछ बातें

 1.) 1958 में उत्तराखंड के पौड़ी में जन्मे जनरल रावत देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक करने के बाद दिसंबर 1978 में भारतीय सेना में शामिल हुए।

2.) भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने के दौरान उन्हें प्रतिष्ठित 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया था और उन्हें ग्यारहवीं गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में कमीशन दिया गया था।

3.) एक लंबे और प्रतिष्ठित करियर के दौरान जनरल रावत ने पूर्वी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ ही सेना के इंफ्रेंट्री डिविजन के साथ-साथ पूर्वोत्तर और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कोर की कमान संभाली।

4.) जनरल रावत ने  2008 में कांगो में यूएन पीस कीपिंग ऑपरेशन में इंडियन ब्रिगेड के चीफ रहे। वहां उन्होंने अपने लीडरशिप से काफी सराहना प्राप्त की। बिपिन रावत ने समय रहते और अपनी सतर्कता से 7000 लोगों की जान बचाई थी।

5.) जनरल रावत को 30 दिसंबर, 2019 को भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नामित किया गया था।

6.) जनरल रावत के परिवार ने पीढ़ियों से सेना में सेवा की है और उनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत लेफ्टिनेंट जनरल थे।

7.) जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में सेना ने सीमा पार जाकर आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर कई आतंकियों को ढेर किया था। 

8.) इससे पहले भी जनरल रावत का विमान छह साल पहले दुर्घटनागस्त हुआ था। ये घटना 3 फरवरी 2015 की है। बताया जाता है कि हादसे के पीछे इंजन फेल होने का कारण था।

9.) जनरल बिपिन रावत ने घाटी में ऐसी रणनीति तैयार की जिसमें आतंकी फंसकर रह गए। आतंकी बुरहान वानी समेत हिज्बुल, लश्कर, जैश के टॉप कमांडर ढेर किया गया।

10.) जनवरी जनरल रावत को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले अलंकरण समारोह में मरणोपरांत दिया जाएगा।

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