गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही हुआ चारधाम यात्रा का शुभारंभ

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Prabhasakshi

राज्य सरकार ने जहां प्रत्येक धाम में प्रतिदिन दर्शन करने के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी है, वहीं इसका निर्विघ्न संचालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने भी सत्यापन अभियान चलाकर करीब ढाई हजार संदिग्धों की पहचान कर उनमें से 10 को गिरफ्तार किया है।

उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट छह माह बंद रहने के बाद मंगलवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए और इसी के साथ इस साल की चारधाम यात्रा का आरंभ हो गया। उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री के धाम सुबह 11.15 और और यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:15 पर विधिवत पूजा अर्चना के बाद खोल दिए गए। गंगोत्री मंदिर के कपाट खोले जाने के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। मंदिर खोले जाने के बाद पहली पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गयी।

मुख्यमंत्री ने मां गंगा को समर्पित गंगोत्री मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद कहा, 'आज से चारधाम यात्रा विधिवत रूप से शुरू हो रही है। मैं सभी श्रद्धालुओं का देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर स्वागत करता हूं। यह यात्रा ऐतिहासिक हो, सबकी यात्रा सरल और सुगम हो, सबके मंगल की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिये वचनबद्ध है।' धामी ने फोन के माध्यम से यमुनोत्री धाम के मुख्य पुजारियों एवं वहां उपस्थित समस्त श्रद्धालुजनों को भी मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दीं।

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हम आपको बता दें कि चारधाम के नाम से प्रसिद्ध दो अन्य धामों— केदारनाथ के कपाट 6 मई और और बदरीनाथ के कपाट आठ मई को खुलेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले दो साल से कोविड महामारी के कारण बाधित रही चारधाम यात्रा में रिकार्ड श्रद्धालुओं के आने की संभावना के मद्देनजर राज्य सरकार ने जहां प्रत्येक धाम में प्रतिदिन दर्शन करने के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी है, वहीं इसका निर्विघ्न संचालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने भी सत्यापन अभियान चलाकर करीब ढाई हजार संदिग्धों की पहचान कर उनमें से 10 को गिरफ्तार किया है।

इस बीच, चारधामों के लिए पर्यटन विभाग के आनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण के लिए उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर राज्य सरकार ने धामों में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या तय कर दी है। प्रदेश के संस्कृति और धर्मस्व सचिव हरिचंद्र सेमवाल द्वारा इस संबंध में जारी एक आदेश के अनुसार, बदरीनाथ में प्रतिदिन अधिकतम 15000 श्रद्धालु, केदारनाथ में 12000, गंगोत्री में 7000 और यमुनोत्री में 4000 तीर्थयात्री दर्शन कर सकेंगे। फिलहाल यह व्यवस्था शुरुआती 45 दिनों के लिए बनाई गयी है।

उधर, चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले पुलिस द्वारा प्रदेश में बाहर से आए लोगों के भौतिक सत्यापन के लिए चलाए गए अभियान में कुल 2526 लोग संदिग्ध पाए गए जिनमें से 10 को गिरफ्तार किया गया। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर 21 अप्रैल से चलाए गए 10 दिवसीय अभियान के दौरान मिले शेष संदिग्धों के विरुद्ध पुलिस अधिनियम तथा अन्य अधिनियमों के तहत कार्यवाही की गयी है।

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