व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य, हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रही है छठ पूजा

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[email protected] । Nov 3 2019 11:01AM

योगी ने प्रदेशवासियों को महापर्व छठ की बधाई देते हुए कहा कि यह लोक आस्था का एक प्रमुख पर्व है। इसमें आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य की उपासना की जाती है।

लखनऊ। राजधानी लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश में छठ पूजा का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी के लक्ष्मण मेला घाट पर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ पूजा का पर्व भोजपुरी समाज के लिए खास होता है। भोजपुरी समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने कहा कि लक्ष्मण मेला घाट पर पिछले 34 साल से छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। पहली बार यहां किसी मुख्यमंत्री ने पहुंचकर भोजपुरी समाज का मान बढ़ाया है।

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योगी ने प्रदेशवासियों को महापर्व छठ की बधाई देते हुए कहा कि यह लोक आस्था का एक प्रमुख पर्व है। इसमें आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। प्रकृति के साथ मानव के जुड़ाव का संदेश देने वाला छठ पर्व इसी समृद्ध परंपरा का जीवंत उदाहरण है। इसके माध्यम से सामाजिक समरसता और सौहार्द में वृद्धि होती है।मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सभी जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को छठ पूजन के लिए घाटों की साफ-सफाई सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए थे।

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चार दिवसीय छठ पूजा की शुरुआत बृहस्पतिवार को नहाय-खाय के साथ हुई थी। दिन भर चली तैयारियों के बाद घरों में व्रती महिलाओं ने स्नान-पूजन के बाद सादा भोजन किया। सादी चने की दाल, लौकी की सब्जी और रोटी खाने के साथ ही व्रतियों ने घरों में बिस्तर त्यागा । घाटों पर तैयारियों के अलावा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए छठी मईया की आराधना की गयी। व्रत वाले घरों में शुक्रवार को छोटी छठ (खरना) मनाई गयी। महिलाओं ने रात को साठी के चावल, गुड़ और गाय के दूध की खीर (रसियाव) खाने के साथ ही दो दिन लंबे निर्जला व्रत की शुरुआत की। नहाय-खाय के साथ ही बाजारों में भी लोग व्रत में काम आने वाले सामान खरीदने पहुंचे। शनिवार की शाम को व्रती महिलाओं ने पानी के बीच अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। अब रविवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करेंगी ।

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