चिराग पासवान ने कोरोना मरीज के लापता होने का उठाया मुद्दा, नीतीश कुमार को लिखा पत्र

पासवान ने पत्र में मुख्यमंत्री और चिकित्सा अधीक्षक को कहा, रंजीत कुमार मेरे संसदीय क्षेत्र के निवासी हैं। उनके परिवार के सदस्य गहरे संकट में हैं। इस मामले को देखें और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें।
लोजपा प्रमुख ने रंजीत कुमार के कथित तौर पर लापता होने का मुद्दा उठाया जोकि शेखपुरा जिले के निवासी हैं। मुंबई में रंजीत का कैंसर का छह महीने तक इलाज चला और बाद में यहां इलाज के दौरान जांच के बाद 25 जून को उनमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। पासवान के मुताबिक, जांच नतीजे आने तक मरीज शेखपुरा वापस अपने घर आ चुका था और 29 जून को उन्हें स्थानीय कोविड पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया लेकिन सेहत बिगड़ने पर उन्हें तीन जुलाई को एनएमसीएच भेजा गया। छह जुलाई को जब परिवार के सदस्य उनसे मिलने एनएमसीएच पहुंचे तो उन्हें अस्पताल प्रशासन द्वारा बताया गया कि रंजीत यहां कभी भर्ती ही नहीं हुए।कोरोना को बिहार में नियंत्रण में लाने के लिए व बिहारीयों को इस महामारी के बढ़ते प्रकोप से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने जो टीम बिहार भेजना निर्णय लिया है उसके लिए आदरणीय प्रधान मंत्री @narendramodi जी और केंद्र सरकार को धन्यवाद।@PMOIndia
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) July 18, 2020
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वहीं, शेखपुरा में स्वास्थ्य अधिकारी इस बात पर कायम रहे कि उन्होंने रंजीत को एनएमसीएच ही भेजा था और उन्हें पटना के अस्पताल से रंजीत के लापता होने की कोई सूचना नहीं है। पासवान ने पत्र में मुख्यमंत्री और चिकित्सा अधीक्षक को कहा, रंजीत कुमार मेरे संसदीय क्षेत्र के निवासी हैं। उनके परिवार के सदस्य गहरे संकट में हैं। इस मामले को देखें और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें।
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