कांग्रेस ने आदिवासियों को वोट बैंक समझा, PM Modi ने उन्हें सम्मान दिया : Arjun Munda

Arjun Munda
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मुंडा ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने 60 साल के अपने शासन में आदिवासियों को केवल वोट बैंक के रूप में देखा, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि उन्हें उचित पहचान और सम्मान मिले। यही कारण है कि प्रधानमंत्री ने पीवीटीजी के लिए 24,000 करोड़ रुपये के कार्यक्रम सहित विभिन्न योजनाओं की शुरुआत के लिए खूंटी को चुना।’’

खूंटी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सोमवार को दावा किया कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन ने आदिवासियों को महज वोट बैंक बना दिया, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यह सुनिश्चित किया कि इन लोगों को उचित सम्मान मिले। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पार्टी का मानना था कि जंगलों में रहने वाले आदिवासी स्वभाव से अपराधी थे और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार ने सबसे पहले उनके कल्याण में रुचि ली। 

मुंडा ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने 60 साल के अपने शासन में आदिवासियों को केवल वोट बैंक के रूप में देखा, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि उन्हें उचित पहचान और सम्मान मिले। यही कारण है कि प्रधानमंत्री ने पीवीटीजी (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों) के लिए 24,000 करोड़ रुपये के कार्यक्रम सहित विभिन्न योजनाओं की शुरुआत के लिए खूंटी को चुना।’’ केंद्रीय आदिवासी और कृषि मंत्री मुंडा खूंटी आरक्षित सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिसकी पहचान आदिवासी नायक बिरसा मुंडा से है। वर्ष 2019 में मुंडा ने खूंटी लोकसभा सीट पर 1,445 वोट के मामूली अंतर से जीत हासिल की और एक बार फिर कांग्रेस उम्मीदवार कालीचरण मुंडा से उनका सीधा मुकाबला है। 

उन्होंने दावा किया, ‘‘यह सच है कि आदिवासी समाज को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया। उनके लिए कोई योजना नहीं थी, कोई नीति नहीं थी। बाद में भी जब उनके अधिकारों को मान्यता दी गई, तो कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया कि आदिवासी मुद्दे गृह विभाग के अंतर्गत आएं। उनका मानना था कि जंगल में रहने वाले लोग स्वभाव से अपराधी थे।’’ मुंडा ने कहा कि यह तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे जिन्होंने आदिवासी समाज के कल्याण में रुचि ली और बाद में मोदी ने उनके लिए न्याय सुनिश्चित किया। 

उन्होंने दावा किया कि आदिवासी समाज कांग्रेस के इस ‘खेल’ को समझ गया है कि वह उनकी सरलता का फायदा उठाकर उन्हें विकास से दूर रखना चाहती है। मुंडा ने कहा कि आदिवासी अब अपने अधिकारों के बारे में जागरूक हैं और समझ गए हैं कि उनके लिए कौन काम कर रहा है। तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुंडा ने दावा किया, ‘‘वे (जनजाति समुदाय) प्रधानमंत्री मोदी जैसे ऊर्जावान और दूरदर्शी नेता के नेतृत्व में भाजपा को वोट देंगे। हमें इस बार 400 का आंकड़ा पार करने का विश्वास है और झारखंड में हम आदिवासी या गैर आदिवासी समेत सभी 14 लोकसभा सीट जीतेंगे।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि खूंटी और सिमडेगा में मानव तस्करी, खासकर लड़कियों की तस्करी की समस्या है। 

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने यहां लड़कियों में आत्मविश्वास बढ़ाने और रोजगार प्रदान करने के लिए अभिनव कदम उठाया है। मैंने आदिवासी लड़कियों को रोजगार सुनिश्चित करने के लिए एक कार्यक्रम-कमाई के साथ-साथ सीखो- जैसे कदम भी उठाए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि एक अनूठा प्रयोग सफल हो रहा है क्योंकि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने हजारों लड़कियों को प्रशिक्षित किया है। अब एप्पल के मोबाइल फोन के कल पुर्जे खूंटी की लड़कियां बना रही हैं।’’ 

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भाजपा नेता ने कहा कि वे कुशल हो गई हैं और उनके पास डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रम करके शिक्षा को उन्नत करने की और गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी, उग्रवाद में संलिप्त युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए बड़े पैमाने पर बागवानी पहल भी की जा रही है। खूंटी निर्वाचन क्षेत्र में 6.67 लाख महिलाओं सहित कुल 13.12 लाख मतदाता हैं। इस आरक्षित सीट पर 13 मई को मतदान होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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