लॉकडाउन जल्दी होने से भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से नहीं, सपाट तरीके से बढे: हर्षवर्धन

Harshvardhan

ग्राफ में दिखाया गया कि 20 मार्च को कोरोना मामलों की वृद्धि दर 30 प्रतिशत से अधिक थी जो मई के पहले सप्ताह से करीब पांच प्रतिशत बनी हुई है। अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद कोरोना महामारी के सबसे ज्यादा मामले भारत में है।

नयी दिल्ली। देश में लगातार तीसरे दिन कोरोना वायरस के मामलों में 11000 से अधिक वृद्धि और मृतकों का आंकड़ा 9520 तक पहुंचने के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाउन जल्दी लागू किये जाने से भारत में कोविड-19 के मामले तेजी से नहीं बल्कि सपाट तरीके से बढे हैं। भारत में कोरोना संक्रमण के पुष्ट मामले 3,32,424 हो गए हैं जबकि पिछले 24 घंटे में 11,502 नये मामले सामने आये और 325 लोगों ने दम तोड़ा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह अपडेट में यह जानकारी दी। पिछले 24 घंटे में उपचार के बाद 7419 लोग ठीक हो गए जिससे अब तक स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या बढकर 1,69,797 हो गई है। स्वस्थ होने की दर बढकर 51.08 प्रतिशत हो गई यानी आधे से अधिक पॉजिटिव मामलों में मरीज स्वस्थ हो गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि अभी 1,53,106 मरीज उपचाराधीन है। हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी से निपटने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रही है। उन्होंने कोरोना वायरस की वृद्धि दर दिखाते एक ग्राफ के साथ ट्वीट में कहा,‘‘ लॉकडाउन जल्दी लगा दिया गया जिससे कोरोना वायरस के मामले तेजी से नहीं बल्कि सपाट तरीके से बढे।’’ ग्राफ में दिखाया गया कि 20 मार्च को कोरोना मामलों की वृद्धि दर 30 प्रतिशत से अधिक थी जो मई के पहले सप्ताह से करीब पांच प्रतिशत बनी हुई है। अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद कोरोना महामारी के सबसे ज्यादा मामले भारत में है। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के अनुसार मृतकों की संख्या के मामले में भारत नौवे स्थान पर है। महामारी के बीच स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की कमी की खबरों के बीच केंद्र ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदशों से ऐसे बुनियादी ढांचे और वाजिब दरों पर जरूरी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिये निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने को कहा है। इस बीच आईसीएमआर ने निषिद्ध क्षेत्रों में कोरोना वायरस के उपचार के लिये त्वरित एंटीजन टेस्ट किटों के इस्तेमाल का सुझाव दिया है। इससे लेबोरेटरी में जांच के बिना तेजी से उपचार संभव हो सकेगा। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने एक परामर्श में यह बात कही। इस टेस्ट में निगेटिव पाये जाने वाले व्यक्तियों की आरटी - पीसीआर जांच होगी ताकि संक्रमण की संभावना नहीं रहे। वहीं पॉजिटिव मामलों में आरटी - पीसीआर टेस्ट नहीं होगा। 

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इसमें कहा गया कि स्टैंडर्ड क्यू कोविड - 19 टेस्ट में आधे घंटे के भीतर नतीजा आ जायेगा और उसे देखने के लिये विशेष उपकरणों की जरूरत भी नहीं होगी। पिछले 24 घंटे में 325 में से 120 मौतें महाराष्ट्र में, 56 दिल्ली में, 38 तमिलनाडु में और 29 गुजरात में हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश में 14, पश्चिम बंगाल और मध्यप्रदेश में 12-12 , राजस्थान और हरियाणा में 10-10 लोगों की जानें गई हैं। कर्नाटक में पांच, जम्मू कश्मीर में चार, तेलंगाना और पुडुच्चेरी में तीन, आंध्र प्रदेश , छत्तीसगढ और पंजाब में दो दो लोगों ने दम तोड़ा। सरकारी लैब की संख्या बढाकर 653 और निजी लैब की 248 कर दी गई। पिछले 24 घंटे में 1,15,519 नमूनों की जांच की गई। अब तक 57,74,133 नमूनों की जांच हो चुकी है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को उप सचिव सारंगधरनायक को कोरोना वायरस महामारी के उपचार संबंधी सूचनाओं की जानकारी के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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