माकपा के साथ विलय चाहती है भाकपाः सुधाकर रेड्डी

[email protected] । Apr 22 2016 10:39AM

करीब आधी सदी पहले अविभाजित कम्युनिस्ट पार्टी में आई दरार की वजहों को अब ‘‘अप्रासंगिक’’ करार देते हुए भाकपा ने माकपा के साथ अपने विलय की वकालत की है।

हैदराबाद। करीब आधी सदी पहले अविभाजित कम्युनिस्ट पार्टी में आई दरार की वजहों को अब ‘‘अप्रासंगिक’’ करार देते हुए भाकपा ने माकपा के साथ अपने विलय की वकालत की है। भाकपा ने कहा कि लोगों में अब ‘‘आम चाहत’’ है कि भारत में कम्युनिस्ट आंदोलन का एकीकरण हो जाना चाहिए। भाकपा महासचिव सुरवरम सुधाकर रेड्डी ने यहां कहा, ‘‘हमारी पार्टी कम्युनिस्ट आंदोलन के फिर से एकीकरण के पक्ष में है। हमारा मानना है कि विभिन्न कम्युनिस्ट पार्टियों की ओर से कामों की नकल अर्थहीन है।’’

रेड्डी ने नौवीं कक्षा के एक छात्र की ओर से हिंदी में लिखे गए एक पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें भाकपा और माकपा के चुनाव चिह्नों का चित्र बनाकर छात्र ने पूछा था कि उनके बीच क्या फर्क है और दोनों पार्टियां क्यों अलग-अलग हैं। भाकपा प्रमुख ने कहा, ‘‘लोगों में एक आम चाहत है कि इसे :कम्युनिस्ट आंदोलन को: एक हो जाना चाहिए और मेरा मानना है कि यह सही भी है और इसकी वजहें भी हैं....और (1964 में हुए) अलगाव की वजहें अब अप्रासंगिक हैं।’’ भाकपा की ओर से विलय की वकालत पर माकपा के रूख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘वे (माकपा) अब भी कहते हैं कि इसका (दोनों पार्टियों के विलय का) वक्त अभी नहीं आया है।’’

रेड्डी ने कहा, ‘‘लेकिन धीरे-धीरे मैं अब मानने लगा हूं कि हाल के समय में उनमें भी बदलाव आया है। वहां ज्यादा करीब रहकर काम करने की जरूरत है। अब जब दक्षिणपंथी प्रतिक्रियावादी ताकतें इतने आक्रामक अंदाज में हैं, तो इन चीजों के बारे में फिर से सोचने की जरूरत है। लिहाजा, हम एक बार फिर उनसे अपील करना चाहेंगे कि यह चर्चा करने और इसके बारे में सोचने का वक्त है।’’ विलय को लेकर भाकपा के जल्दबाजी में होने की बात से इनकार करते हुए रेड्डी ने कहा, ‘‘हम जल्दबाजी में नहीं हैं बल्कि हमारा मानना है कि विलय को हमेशा के लिए इस तरह नहीं टाला जा सकता। हम कोई जोर नहीं डाल रहे।’’ चीन-सोवियत तनाव, कांग्रेस के प्रति रवैया और कम्युनिस्ट सिद्धांतों पर मतभेद के मद्देनजर 1964 में भाकपा से अलग होकर माकपा की स्थापना हुई थी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़