अगर आप भी दिल्ली-NCR में रहते हैं तो ये रिपोर्ट जरूर पढ़ें, वरना लग सकता है आफत वाला डंक!

Delhi NCR
अभिनय आकाश । Oct 28 2021 6:42PM

राष्ट्रीय राजधानी में इस साल डेंगू के 1,000 से अधिक मामले आए हैं, जिनमें से 280 से अधिक नए मामले पिछले एक हफ्ते में आए। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण दिल्ली के हर हिस्से में डेंगू कहर बरपा रहा है।

कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ने के बाद राहत की सांस लेने के बाद दिल्ली-एनसीआर के लोगों की चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। अगर आप भी दिल्ली, नोएडा या गाजियाबाद में रहते हैं तो ये रिपोर्ट जरूर पढ़ें। साथ ही इस बात को भी समझें कि आपको क्यों सावधान हो जाना चाहिए। दिल्ली, नोएडा या गाजियाबाद में ही डेंगू का सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में इस साल डेंगू के 1,000 से अधिक मामले आए हैं, जिनमें से 280 से अधिक नए मामले पिछले एक हफ्ते में आए। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण दिल्ली के हर हिस्से में डेंगू कहर बरपा रहा है। 

दिल्ली में लगातार बढ़ रही मरीजों की तादाद

दिल्ली के अस्पतालों में डेंगू मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। स्वामी दयानंद अस्पताल में डेंगू मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा है कि बेड फुल हो गए हैं। दिल्ली में इस मौसम में दर्ज किए गए डेंगू के कुल मामलों में से 665 मामले इस महीने 23 अक्टूबर तक दर्ज किए गए। शहर में पिछले दो हफ्तों में मच्छर जनित बीमारी के मामले बढ़े हैं और दिल्ली में इस बीमारी से पहली मौत 18 अक्टूबर को हुई। सितंबर में यहां एक निजी अस्पताल में सरिता विहार निवासी 35 वर्षीय ममता कश्यप की डेंगू से मौत हो गयी थी।

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 2018 के बाद सबसे अधिक मामले

 डेंगू के ये मामले इसी अवधि के लिए 2018 के बाद से सबसे अधिक हैं। इस साल 16 अक्टूबर तक 723 मामले आए थे, यानी कि 283 नए मामले एक हफ्ते में सामने आए। दक्षिण दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में एक जनवरी से 16 अक्टूबर तक आने वाले मामले - 489 (2020), 833 (2019) और 1,310 (2018) रहे। 2020 में कुल 1,072 मामले आए और एक व्यक्ति की मौत हुई।  

कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या हैं?

डेंगू जीनस एडीज के भीतर मच्छरों की कई प्रजातियों द्वारा फैलता है। लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और खसरे के समान त्वचा पर लाल चकत्ते शामिल हैं। डेंगू के चार प्रकार होते हैं और टाइप II और IV को अधिक गंभीर माना जाता है। जिसमें आमतौर पर अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, एडीज मच्छर साफ ठहरे हुए पानी में पनपता है।

डेंगू का खतरा बड़ जरूर गया है लेकिन इसके खतरे से बचा जा सकता है। कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। इसलिए अपने आसपास पानी न जमा होने दें।  उपाय से पहले डेंगू के लक्षण जान लें-

  • तेज बुखार
  • बदन दर्द
  • सिर दर्द
  • आंखों में दर्द
  • उल्टी 
  • दस्त 

 बचाव सबसे बड़ा उपाय

डेंगू के तेजी से बढ़ते मामले चिंता बढ़ाने वाले हैं। ऐसे में सावधानी बरते और डॉक्टरों की तरफ से बताई गई बातों को ध्यान में रखें।  इसे रोकने का एकमात्र तरीका मच्छर के काटने से हर तरह से बचना है।' उन्होंने इससे बचाव और जल्दी ठीक होने के कुछ तरीके बताए हैं। दिन भर में कम से कम 3-4 लीटर पानी पिएं। डिहाइड्रेशन से भी कई बीमारियां होती हैं। डेंगू की रिकवरी में आंवला, कीवी, संतरा, अनानास जैसे खट्टे फल खाएं।

बरसात के मौसम में किन अन्य बीमारियों पर ध्यान देना चाहिए?

इस मौसम में मलेरिया, चिकनगुनिया और वायरल फीवर के भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली के नगर निकाय द्वारा एकत्रित किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि राजधानी में अब तक मलेरिया के कुल 57 मामले और चिकनगुनिया के 32 मामले सामने आए हैं। हालांकि दोनों 2016 के बाद से सबसे कम हैं।

चिकनगुनिया और मलेरिया का क्या कारण है?

डेंगू और चिकनगुनिया एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है, जो साफ पानी में पैदा होता है। एनोफिलीज मच्छर, जो मलेरिया का कारण बनता है, ताजे और गंदे पानी दोनों में प्रजनन कर सकता है।

 

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