थरूर ने चेताया, वर्तमान के राजनीतिक दुरुपयोग के लिए इतिहास का सहारा ना लें

Shashi Tharoor
प्रतिरूप फोटो

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव, 2021 के एक सत्र को संबोधित करते हुए थरूर ने कहा,अपने दृष्टिकोण को सही ठहराने के लिए थरूर ने वर्तमान सरकार के उस कदम का उदाहरण दिया जिसमें 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई है। उन्होंने दावा किया कि ऐसा करना भर चुके जख्मों को कुरेदने जैसा है।

नयी दिल्ली| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शनिवार को कहा कि वर्तमान के राजनीतिक दुरुपयोग के लिए इतिहास की घटनाओं का सहारा नहीं लिया जाना चाहिए।

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव, 2021 के एक सत्र को संबोधित करते हुए थरूर ने कहा, हम ऐसे घावों को दोबारा कुरेद रहे हैं और उनमें से खून की बूंदे निकाल रहे हैं जिन्हें भरने का मौका दिया जाना चाहिए।

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कांग्रेस नेता ने कहा, आइए, हम स्वीकार करें कि हमें अन्य आवाजों को आगे आने देना चाहिए, लेकिन ये आवाजें क्या कह रही हैं? अगर आवाजें कह रही हैं कि 500 साल पहले मुसलमान बुरे थे और इसलिए आज के मुसलमानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा, और हम यह करेंगे, हम वो करेंगे, हम ये बदलेंगे, हम वो बदलेंगे, तो मुझे समस्या है।

उन्होंने कहा, मैं कहूंगा कि वर्तमान के भारत के साथ आप क्या कर रहे हैं? इन पुरानी लड़ाइयों के बजाय हम सभी के लिए एक बेहतर भारत बनाने पर ध्यान केंद्रित क्यों नहीं कर सकते? वर्तमान के राजनीतिक दुरुपयोग के लिए इतिहास का सहारा लिए जाने से मुझे समस्या है।

अपने दृष्टिकोण को सही ठहराने के लिए थरूर ने वर्तमान सरकार के उस कदम का उदाहरण दिया जिसमें 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई है। उन्होंने दावा किया कि ऐसा करना भर चुके जख्मों को कुरेदने जैसा है।

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डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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