व्यापार करने में आसानी, श्रमिकों को अधिकार: नई श्रम संहिताओं के लागू होने पर PM मोदी का भरोसा

PM Modi
ANI
अंकित सिंह । Nov 21 2025 6:27PM

प्रधानमंत्री मोदी ने चार नई श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन को "श्रमेव जयते" बताते हुए स्वतंत्रता के बाद के सबसे व्यापक श्रम सुधारों में से एक घोषित किया है, जो सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा, न्यूनतम वेतन और श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेंगे। इन संहिताओं का उद्देश्य अनुपालन को सरल बनाकर और 'व्यापार करने में आसानी' को बढ़ावा देकर रोजगार सृजन, उत्पादकता और आत्मनिर्भर भारत के आर्थिक विकास को गति देना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ज़ोर देकर कहा कि आज से लागू होने वाले चार नए श्रम संहिताएँ सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा के लिए एक मज़बूत आधार प्रदान करेंगे और श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करेंगे। वेतन संहिता, 2019, औद्योगिक संबंध संहिता, 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता, 2020 आज से लागू होने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने X पर पोस्ट किया कि श्रमेव जयते! आज हमारी सरकार ने चार श्रम संहिताओं को लागू कर दिया है। यह आज़ादी के बाद से सबसे व्यापक और प्रगतिशील श्रम-उन्मुख सुधारों में से एक है। यह हमारे श्रमिकों को काफ़ी सशक्त बनाता है। यह अनुपालन को काफ़ी सरल बनाता है और 'व्यापार करने में आसानी' को बढ़ावा देता है।

इसे भी पढ़ें: Modi ने भविष्यवाणी की थी- Congress में एक और विभाजन होगा, कर्नाटक में Siddaramaiah और Shivakumar आमने सामने आ गये

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि इन चार श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन से न्यूनतम और समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित होगा, साथ ही सुरक्षित कार्यस्थल और लाभकारी अवसर, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं के लिए, सुनिश्चित होंगे। उन्होंने कहा कि ये संहिताएँ सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा, न्यूनतम और समय पर वेतन भुगतान, सुरक्षित कार्यस्थल और हमारे लोगों, विशेष रूप से नारी शक्ति और युवा शक्ति के लिए लाभकारी अवसरों के लिए एक मजबूत आधार के रूप में काम करेंगी। 

उन्होंने आगे कहा कि ये सुधार रोजगार सृजन को बढ़ावा देंगे, उत्पादकता बढ़ाएँगे और भारत को विकसित होने की ओर अग्रसर करेंगे। यह एक भविष्य के लिए तैयार पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा जो श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करेगा और भारत के आर्थिक विकास को मजबूत करेगा। ये सुधार रोजगार सृजन को बढ़ावा देंगे, उत्पादकता बढ़ाएँगे और विकसित भारत की ओर हमारी यात्रा को गति देंगे। 

इसे भी पढ़ें: 'नीतीश-मोदी- भारतीय राजनीति की सबसे हिट जोड़ी', JDU नेता का दावा, बिहार की जनता ने जताया गहरा विश्वास

एक ऐतिहासिक निर्णय में, भारत सरकार ने घोषणा की है कि चार श्रम संहिताएँ - वेतन संहिता, 2019, औद्योगिक संबंध संहिता, 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता, 2020 - 21 नवंबर से प्रभावी हो रही हैं, जिससे 29 मौजूदा श्रम कानूनों को युक्तिसंगत बनाया जा रहा है। श्रम विनियमों का आधुनिकीकरण, श्रमिकों के कल्याण को बढ़ावा देना और श्रम पारिस्थितिकी तंत्र को कार्य की बदलती दुनिया के साथ संरेखित करके, यह ऐतिहासिक कदम भविष्य के लिए तैयार कार्यबल और मजबूत, लचीले उद्योगों की नींव रखता है जो आत्मनिर्भर भारत के लिए श्रम सुधारों को आगे बढ़ाएंगे।

All the updates here:

अन्य न्यूज़