सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए प्रयास जारीः अहीर

गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने आज कहा कि चीन और पाकिस्तान तब तक भारत को उसके संसाधनों का प्रयोग नहीं करने देंगे जब तक देश सीमाओं को प्रभावी रूप से सुरक्षित करने के कदम नहीं उठाता। उन्होंने कहा, ‘‘भारत को सीमा क्षेत्रों में पाकिस्तान से सहयोग नहीं मिल रहा है। इसकी जगह पड़ोसी देश समस्याएं उत्पन्न कर रहा है। हमें अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी की शुरूआत करनी चाहिए। हमारी सीमाओं की प्रकृति भौगोलिक रूप से विविधतापूर्ण है।’’
अहीर ने कहा, ‘‘चीन एवं पाकिस्तान हमें अपनी स्वयं की संपत्ति पर दावा नहीं करने देंगे। हम ब्रह्मपुत्र नदी पर अपना दावा नहीं कर सकते क्योंकि हमने इसका उपयोग करने में विलंब किया है।’’ उन्होंने सीमा प्रबंधन एवं अनधिकृत व्यापार के बारे में फिक्की द्वारा आयोजित संगोष्ठी में कहा, ‘‘सीमाई क्षेत्रों में खनिज भंडारों का उपयोग करना चाहिए जो कि हम असुरक्षित सीमाओं के कारण करने में विफल रहे हैं। इन खनिजों और प्राकृतिक संसाधनों का यदि हम उपयोग करने में सफल हो गये तो हमें नहीं लगता कि हमारा देश गरीब रह जाएगा।’’
अहीर ने कहा कि लद्दाख में प्राकृतिक संसाधनों का विशाल भंडार है क्योंकि प्रत्येक 10 किलोमीटर पर पर्वतों का रंग बदल जाता है। नियंत्रण रेखा के पार किये गये लक्षित हमले के बाद पाकिस्तान की बयानबाजी के बारे में पूछने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत ने अपनी ताकत दिखा दी है। दुनिया ने देख लिया कि बहुत ज्यादा बोलने वाले और 28 एवं 29 सितंबर के बीच की रात के बारे में कम बोलने वालों में क्या अंतर है।’’ उन्होंने कहा कि भारत ने सदा अपने पड़ोसी देशों के साथ अपने संबंध सुधारने का प्रयास किया है क्योंकि कुछ काम हथियारों नहीं बल्कि वार्ता के जरिये ही हो सकते हैं। किन्तु पाकिस्तान ने नशीले पदार्थों की तस्करी में संलग्न होकर कई समस्याएं उत्पन्न की हैं।
अन्य न्यूज़