एक्जिट पोल पर बोले वीरप्पा मोइली, जमीनी हकीकत को बयां नहीं करते हैं ये अनुमान

exit-polls-were-to-boost-stock-market-says-veerappa-moily
[email protected] । May 22 2019 4:07PM

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने दावा किया कि एक्जिट पोल करने वाली कुछ एजेंसियां यह कह कर जिम्मेदारी से भाग रही हैं कि इसमें पूरी तरह से गड़बड़ियां हैं।

हैदराबाद। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा सरकार की वापसी का पूर्वानुमान जताने वाले एक्जिट पोल का मकसद स्टॉक बाजार में निवेशकों की धारणा को बढ़ाने और विपक्षी दलों की एकता में फूट डालना है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह शिद्दत से महसूस करते हैं कि एक्जिट पोल जमीनी हकीकत को बयां नहीं करते हैं। उन्होंने दावा किया कि एक्जिट पोल करने वाली कुछ एजेंसियां यह कह कर जिम्मेदारी से भाग रही हैं कि इसमें पूरी तरह से गड़बड़ियां हैं। उन्होंने कहा कि इसे (मोदी सरकार की वापसी का दावा करने वाला एक्जिट पोल) निश्चित ही कुछ दूसरे मकसद से किया गया है। पहले स्थान पर स्टॉक मार्केट का प्रोजेक्ट है। लोगों को 4.5 लाख करोड़ से पांच लाख करोड़ रूपये तक का फायदा हुआ है।

इसे भी पढ़ें: परिणाम से पहले कार्यकर्ताओं के लिए राहुल का संदेश, मेहनत नहीं जाएगी बेकार

उनका इशारा सोमवार को बीएसई स्टॉक एक्सचेंज में आई 1422 अंकों की उछाल की ओर था जिससें निवेशकों का धन 5.33 लाख करोड़ रूपये बढ़ गया। ऐसी उछाल तब देखने को मिली जब एक्जिट पोलों में भाजपा नीत राजग सरकार की वापसी का दावा किया गया। मोइली ने कहा कि और दूसरा (एक्जिट पोलों का ऐेसा होना) यह है कि विपक्षी एकता को तोड़ा जाए। इसमें वे सफल नहीं होंगे। कल (मतगणना के दिन) इस बात पर अचरज नहीं होना चाहिये अगर विपक्षी एकता बहुमत हासिल कर ले। जब उनसे पूछा गया कि क्या कई तरह के गैर-भाजपा, गैर-राजग दल की एकता का प्रयास कारगर होगा तो उन्होंने ने कहा कि कई बार यह इसलिए काम करता है क्योंकि साझा दुश्मन मोदी और भाजपा है। चूंकि चुनाव के समय ये सभी दल भाजपा की ज्यादती से परेशान हैं। इसलिए, मैं नहीं समझता कि वे भाजपा के साथ जायेंगे।

इसे भी पढ़ें: रिजल्ट से पहले कुशवाहा की परिणाम भुगतने वाली धमकी, कहा- ख़ून बहा देंगे

सरकार बनने पर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुनने के विवादास्पद मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि विपक्ष से प्रधानमंत्री चुनने में बहुत कठिनाई है। मोइली से जब पूछा गया था कि क्या कांग्रेस प्रधानमंत्री के पद पर जोर नहीं देगी तो उन्होंने कहा कि हम कल ही कोई प्रतिक्रिया देंगे। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़