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किसानों ने खारिज किया सरकार का प्रस्ताव, कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े
- अंकित सिंह
- जनवरी 21, 2021 20:59
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लगभग साढ़े पांच घंटे चली 10वें दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार ने एक से डेढ़ साल तक इन कृषि कानूनों को निलंबित करने का प्रस्ताव किसानों समक्ष रखा ताकि इस दौरान सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिध आपस में चर्चा जारी रख सकें और दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान इस कड़ाके की ठंड में अपने घरों को लौट सकें।
प्रदर्शनकारी किसान संघों ने तीनों कृषि कानूनों को 18 महीने के लिए निलंबित करने के सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के वक्तव्य में कहा कि किसान यूनियन और सरकार बात करके समाधान ढूंढ सकते हैं। एएनआई के मुताबिक किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि सरकार जब तक कृषि क़ानूनों को वापस नहीं लेती, सरकार का कोई भी प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जाएगा। कल हम सरकार को कहेंगे कि इन क़ानूनों को वापस कराना, MSP पर क़ानूनी अधिकार लेना यही हमारा लक्ष्य है। हमने सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया है।
आपको बता दें कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन को समाप्त करने के एक प्रयास के तहत केंद्र सरकार ने बुधवार को आंदोलनकारी किसान संगठनों के समक्ष इन कानूनों को एक से डेढ़ साल तक निलंबित रखने और समाधान का रास्ता निकालने के लिए एक समिति के गठन का प्रस्ताव रखा। किसान नेताओं ने सरकार के इस प्रस्ताव को तत्काल तो स्वीकार नहीं किया लेकिन कहा कि वे आपसी चर्चा के बाद सरकार के समक्ष अपनी राय रखेंगे। अब 11वें दौर की बैठक 22 जनवरी को होगी। लगभग साढ़े पांच घंटे चली 10वें दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार ने एक से डेढ़ साल तक इन कृषि कानूनों को निलंबित करने का प्रस्ताव किसानों समक्ष रखा ताकि इस दौरान सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिध आपस में चर्चा जारी रख सकें और दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान इस कड़ाके की ठंड में अपने घरों को लौट सकें।It's been decided that no proposal of Govt will be accepted until & unless they repeal the laws. In tomorrow's meet (with Govt) we'll say that we've only one demand, repeal the laws & legally authorise MSP. All these have been unanimously decided: Farmer leader Joginder S Ugrahan https://t.co/gsQXrawwEK pic.twitter.com/vwRALVjQBn
— ANI (@ANI) January 21, 2021
चुनावों में तैनात हर कर्मी को कोविड-19 का टीका लगाना होगा: निर्वाचन आयोग
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 26, 2021 20:59
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मतों की गिनती दो मई को होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि चार राज्यों व केंद्र शासित पुडुचेरी को मिलाकर कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा और इस दौरान कुल 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान करने के पात्र होंगे।
नयी दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में तैनात हर कर्मी का कोविड-19 का टीकाकरण किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने आज पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। इन चार राज्यों व केंद्र शासित पुडुचेरी में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच अलग-अलग चरणों में मतदान संपन्न होगा। मतों की गिनती दो मई को होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि चार राज्यों व केंद्र शासित पुडुचेरी को मिलाकर कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा और इस दौरान कुल 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान करने के पात्र होंगे।
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में जबकि असम में 27 मार्च से छह अप्रैल के बीच तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा। उन्होंने बताया कि पांचों विधानसभा चुनावों में ऑनलाइन नामांकन की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए मतदान के लिए एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि संवेदनशील इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी और उपुयक्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी संवदेनशील क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है और वहां केंद्रीय दलों की तैनाती कर दी गई है।Our tributes to the COVID warriors, doctors, paramedics, nurses, researchers, scientists and all our officials on election duty who are located on the frontline: Sunil Arora
Chief Election Commissioner of India pic.twitter.com/6PYdRGtjbP— ANI (@ANI) February 26, 2021
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अरोड़ा ने कहा कि घर-घर अभियान में उम्मीदवार सहित पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होंगे जबकि रोड शो में पांच से अधिक गाड़ियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान से चुनाव संपन्न कराने की स्थितियां अनुकूल हुई हैं और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चुनावी ड्यूटी पर तैनात हर कर्मी को टीकाकरण के मकसद से अग्रिम मोर्चा का कार्यकर्ता घोषित किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले चुनावी ड्यूटी पर तैनात सभी चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण होगा।
केरल लौटने वाले प्रवासियों की मुफ्त आरटी-पीसीआर जांच होगी, 3671 नये मामले
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 26, 2021 20:55
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राज्य में और 3,671 और लोगों के संक्रमित पाये जाने के बाद इस महामारी के कुल मामले 10.52 लाख हो गये हैं। कोविड-19 के 14 और मरीजों की मौत होने के साथ ही राज्य में अब तक4,164 लोग इस संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं। जो नये मामले सामने आये हैं उनमें तीन ब्रिटेन से लौटे लोग हैं।
तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 के नये मामलों में तीव्र वृद्धि के मद्देनजर वह लौटने वाले सभी प्रवासियों की मुफ्त आरटी-पीसीआर जांच करेगी। राज्य में और 3,671 और लोगों के संक्रमित पाये जाने के बाद इस महामारी के कुल मामले 10.52 लाख हो गये हैं। कोविड-19 के 14 और मरीजों की मौत होने के साथ ही राज्य में अब तक4,164 लोग इस संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं। जो नये मामले सामने आये हैं उनमें तीन ब्रिटेन से लौटे लोग हैं। फिलहाल राज्य में 51000 से अधिक मरीज उपचाररत हैं। स्वास्थ्य मंत्री के सैलजा ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए सबसे उपयुक्त समझा जाने वाला आरटी-पीसीआर परीक्षण कराने का निर्णय केंद्र के निर्देश के बाद लिया गया है, क्योंकि पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामले तीस फीसद से अधिक बढ़ गये हैं।
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उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि केंद्र ने राज्य को हवाई अड्डों पर जांच तेज करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य सरकार राज्य में पहुंचने वाले प्रवासियों की मुफ्त आरटी-पीसीआर जांच करेगी और परिणाम उन्हें बताया जाएगा।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘ केंद्र सरकार ने हमें यह भी सूचित किया है कि देश में 16 राज्यों में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर आने की आशंका है।’’ शुक्रवार को जारी की गयी विज्ञप्ति में सैलजा ने बताया कि 3671 नये मामले आने से राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 10,52,706 हो गयी। ब्रिटेन से लौटे और संक्रमित पाये गये लोगों की संख्या 94 हो गयी है जिनमें से , शुरुआत में 11 व्यक्तियों में कोरोना वायरस का नया प्रकार पाया गया है। राज्य में सक्रमण दर 5.41 फीसद है।
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अबतक 1,13,39,805 नमूनों की कोविड-19 जांच करायी जा चुकी है। मंत्री ने कहा, ‘‘ जो लोग आज संक्रमित पाये गये, उनमें से 91 बाहर से राज्य में पहुंचे हैं तथा 3317 संक्रमितों के संपर्क में आकर संक्रमित हुए। 250 लोगों के बारे में यह पता नहीं चल पाया कि वे कैसे संक्रमित हुए। संक्रमितों में 13 स्वास्थ्यकर्मी हैं। ’’ इस बीच 4,142 मरीजों के ठीक हो जाने के साथ ही अबतक9,96,514 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके है। फिलहाल 51,390 मरीजों का उपचार चल रहा है।
दिल्ली में कोरोना के 256 नए मामले, फरवरी मे सर्वाधिक नये मामले
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 26, 2021 20:50
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राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 220 तथा बुधवार को 200 नए मामले आए थे। उससे पहले एक से लेकर 23 फरवरी तक रोजाना मामले 200 के नीचे रहे।
नयी दिल्ली। दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 256 नए मामले सामने आए, जो फरवरी में एक दिन में आए सबसे अधिक मामले हैं। साथ ही, यहां इस दौरान एक मरीज की मौत भी हुई। अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार यह जानकारी सामने आई है। यह लगातार तीसरा दिन है जब कोरोना वायरस के रोजाना मामले 200 या उसके पार चले गये हैं। राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 220 तथा बुधवार को 200 नए मामले आए थे। उससे पहले एक से लेकर 23 फरवरी तक रोजाना मामले 200 के नीचे रहे।
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दिल्ली में 28 जनवरी को कोविड-19 के 199 नए मामले सामने आए थे। सरकार द्वारा जारी किए गए नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, महानगर में शुक्रवार को 256 नये मामले सामने आने से संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 6,38,849 हो गया है। यहां फिलहाल संक्रमण दर 0.41 फीसद है। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, पिछले दिन 62,768 जांच की गईं, जिसके बाद ये नए मामले सामने आए। दिल्ली में 16 फरवरी को कोविड-19 के 94 नए मामले आए थे, जो नौ महीनों में सबसे कम है। नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली में शुक्रवार को 1231 मरीज उपचाराधीन थे जबकि उसके पिछले दिन ऐसे मरीज 1169 थे।

