नये कृषि कानून से आज महात्मा गांधी सबसे ज्यादा खुश होते: जितेंद्र सिंह

पिछले छह वर्ष में नीम कोटेड यूरिया, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना जैसे केंद्र सरकार के किसान हितैषी कदमों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ये फैसले भारतीय कृषि के लोकतंत्रीकरण का प्रतिनिधित्व करते हैं और पहली बार किसानों को उनकी पसंद चुनने की आजादी देते हैं।
इसे भी पढ़ें: सोनिया गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- कुछ लोग 'भ्रम और भय' का माहौल पैदा कर चला रहे हैं सरकार
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय भंडार और सेंटर फॉर स्ट्रेटजी एंड लीडरशिप ने यहां विज्ञान भवन में किया था। पिछले छह वर्ष में नीम कोटेड यूरिया, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना जैसे केंद्र सरकार के किसान हितैषी कदमों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ये फैसले भारतीय कृषि के लोकतंत्रीकरण का प्रतिनिधित्व करते हैं और पहली बार किसानों को उनकी पसंद चुनने की आजादी देते हैं।
इसे भी पढ़ें: गांधी जयंती पर ममता बनर्जी ने पूछा, क्या आजादी और लोकतंत्र को आसानी से छोड़ देंगे भारतीय ?
कार्मिक राज्य मंत्री ने डिजिटल माध्यम से अपने लोकसभा क्षेत्र उधमपुर में कठुआ की हीरानगर तहसील के पंचायत स्तर के प्रतिनिधियों, सरपंचों, पंचों, किसानों और अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ नये कृषि कानूनों के लाभों पर विचार-विमर्श भी किया। उन्होंने कहा कि महामारी ने स्वच्छता के महत्व को और अच्छे से रेखांकित किया जो बापू के दर्शन के केंद्र में है।
अन्य न्यूज़












