सरकार को 'अग्निपथ' पर मिला मनीष तिवारी का साथ, कांग्रेस सांसद ने कही यह अहम बात

Manish Tewari
प्रतिरूप फोटो
ANI Image

कांग्रेस सांसद ने ट्वीट किया कि अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया को लेकर चिंतित युवाओं के साथ मेरी सहानुभूति है। वास्तविकता यह है कि भारत को अत्याधुनिक हथियारों से लैस प्रौद्योगिकी पर हल्के मानव पदचिह्न के साथ एक युवा सशस्त्र बल की आवश्यकता है। संघ के सशस्त्र बल रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं होना चाहिए।

नयी दिल्ली। दिल्ली, बिहार, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में सेना की नई भर्ती योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ गुरुवार को युवाओं ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। इसी बीच कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने नई भर्ती योजना का समर्थन किया है। इसके साथ ही उन्होंने भर्ती प्रक्रिया को लेकर चिंतित युवाओं के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है 

इसे भी पढ़ें: राकेश टिकैत ने सेना की नई भर्ती 'अग्निपथ' योजना का किया विरोध, बोले- देशभर में किया जाएगा बड़ा आंदोलन 

कांग्रेस सांसद ने ट्वीट किया कि अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया को लेकर चिंतित युवाओं के साथ मेरी सहानुभूति है। वास्तविकता यह है कि भारत को अत्याधुनिक हथियारों से लैस प्रौद्योगिकी पर हल्के मानव पदचिह्न के साथ एक युवा सशस्त्र बल की आवश्यकता है। संघ के सशस्त्र बल रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं होना चाहिए।

इसके अलावा मनीष तिवारी ने 'एनडीटीवी' को दिए इंटरव्यू में पार्टी लाइन से हटकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि आज के दौर में आपको एक मोबाइल सेना, एक युवा सेना की आवश्यकता होती है। आपको प्रौद्योगिकी और हथियारों पर अधिक खर्च की आवश्यकता होती है। ऐसा तब तक नहीं होता है जब आपके पास जमीनी स्‍तर पर बड़ी संख्या में सेना है। यही आपका ज्‍यादा पैसा खर्च होता है।

विपक्ष ने साधा निशाना

विपक्ष ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र पर अपना हमला तेज करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। वहीं सरकार ने एक स्पष्टीकरण जारी करके कहा कि नया मॉडल न केवल सशस्त्र बलों के लिए नयी क्षमताएं लाएगा, बल्कि निजी क्षेत्र में युवाओं के लिए अवसर के द्वार भी खोलेगा। 

इसे भी पढ़ें: 'अग्निपथ' के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर बोले तारकिशोर प्रसाद, सही तरीके से योजना को समझ नहीं पाए युवा, धीरे-धीरे दूर होगा भ्रम 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे बेरोजगार युवाओं की आवाज सुनें और युवाओं को अग्निपथ पर चलाकर उनके धैर्य की अग्निपरीक्षा नहीं लें। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस कदम को देश के भविष्य के लिए लापरवाह और संभावित रूप से घातक बताया।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़