Monsoon Session 2025: मानसून सत्र से पहले हलचल तेज, विपक्ष की अहम मांगों पर सरकार ने भरी हामी

मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने कई बड़े मुद्दों पर बहस की मांग की। केंद्र सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बहस की विपक्ष की मांग स्वीकार कर ली है, जिससे इस संवेदनशील मुद्दे पर गरमागरम चर्चा होने की उम्मीद है। विपक्ष के एजेंडे में पहलगाम हमला और विदेश नीति जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे भी शामिल हैं।
संसद का मानसून सत्र कल यानी 21 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो 21 अगस्त तक चलेगा। सत्र शुरू होने से ठीक पहले आज हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सरकार के सामने कई बड़े मुद्दों पर बहस की मांग रखी है। इनमें ऑपरेशन सिंदूर और सीमा पर चल रहे संघर्ष जैसे संवेदनशील मुद्दे प्रमुख हैं। अच्छी खबर यह है कि केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर बहस कराने की विपक्ष की मांग मान ली है।
विपक्ष के एजेंडे में क्या है?
शनिवार को विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' (INDIA) ने अपनी 24 घटक पार्टियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की थी। इस बैठक में आठ प्रमुख मुद्दों पर सहमति बनी, जिन्हें विपक्ष मानसून सत्र के दौरान सरकार के सामने उठाएगा। इन मुद्दों में शामिल हैं:
पहलगाम आतंकी हमला: हाल ही में हुए इस हमले पर विपक्ष सरकार से जवाबदेही मांगेगा।
ऑपरेशन सिंदूर: सरकार ने इस पर बहस की मांग मान ली है, जिससे इस मुद्दे पर गरमागरम चर्चा होने की उम्मीद है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा युद्धविराम की घोषणा: विपक्ष इस पर भारत की स्थिति और विदेशी हस्तक्षेप पर सवाल उठा सकता है।
भारत की विदेश नीति: विपक्ष सरकार की विदेश नीति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की मांग करेगा।
बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR): यह एक चुनावी राज्य का मुद्दा है और विपक्ष इस पर भी बहस चाहता है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, सरकार ने अभी तक इस पर बहस को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है।
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बैठक में कौन-कौन शामिल हुए?
विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की वर्चुअल बैठक में कई बड़े नेता मौजूद थे। इनमें कांग्रेस से सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, के.सी. वेणुगोपाल और जयराम रमेश शामिल थे। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी से राम गोपाल यादव, टीएमसी से अभिषेक बनर्जी, शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और संजय राउत, एनसीपी (शरद पवार गुट) से शरद पवार और जयंत पाटिल, नेशनल कॉन्फ्रेंस से उमर अब्दुल्ला, जेएमएम से हेमंत सोरेन, आरजेडी से तेजस्वी यादव, और डीएमके से तिरुचि एन शिवा ने शिरकत की।
वामपंथी दलों का प्रतिनिधित्व सीपीआई से डी राजा, सीपीआई (एम) से एम ए बेबी और सीपीआई (एमएल) लिबरेशन से दीपांकर भट्टाचार्य ने किया। केरल कांग्रेस (एम) के सांसद जोस के मणि, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन, विदुथलाई चिरुथैगल काची के थिरुमावलवन और आईयूएमएल के के एम कादर मोहिदीन भी इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए।
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