एक साल में चाहिए पोता, वरना भरो 5 करोड़ मुआवजा, बेटे-बहू के खिलाफ कोर्ट पहुंचे बुजुर्ग दंपति
उत्तराखंड के हरिद्वार में एक दंपति ने अपने बेटे और एक बहू के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया और उन पर घरेलू और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने या तो पोते की मांग की है या अपने बेटे और बहू से 5 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा है।
उत्तराखंड से एक अजीब मामला सामने आया है। जहां एक पिता ने अपने बेटे पर केस करके 5 करोड़ का मुआवजा इस लिए मांगा है क्योंकि उसके बेटे ने अब तक उन्हें पोता-पोटी नहीं दी है। पिता का कहना है कि मैंने उनकी शादी में बहुत खर्चा किया है और ये लोग मुझे पोती-पोते का सुख नहीं दे रहे हैं इसलिए दंपति ने कोर्ट में गुहार लगायी हैं।
ये है पूरा मामला
उत्तराखंड के हरिद्वार में एक दंपति ने अपने बेटे और एक बहू के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया और उन पर घरेलू और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने या तो पोते की मांग की है या अपने बेटे और बहू से 5 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा है।
माता-पिता को बेटा नहीं दे रहा पोते का सुखHaridwar, Uttarakhand | Parents move court against son&daughter-in-law, demand grandchildren/Rs 5 cr compensation.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 11, 2022
They were wedded in 2016 in hopes of having grandchildren. We didn't care about gender, just wanted a grandchild: SR Prasad, Father pic.twitter.com/mVhk024RG3
रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजीव प्रसाद और साधना प्रसाद नाम के इस जोड़े ने अपने बेटे श्रेय सागर की शादी साल 2016 में शुभांगी से करवाई थी। उन्होंने उन्हें हनीमून के लिए थाईलैंड भेजा था लेकिन हर बार पोते के लिए कहने पर उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जाता था। पिता संजीव प्रसाद ने कहा कि “पोते होने की उम्मीद में 2016 में उनकी शादी हुई थी। हमें लिंग की परवाह नहीं थी, बस एक पोता चाहिए था।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके बेटे की शादी को छह साल हो चुके हैं और दोनों (उनका बेटा और बहू) जानबूझकर उन्हें पोते की खुशी से दूर रख रहे हैं।
मां-बाप ने बेटे के लिए खर्च की करोड़ो रूपये
इस बीच, मां साधना प्रसाद ने कहा कि श्रेय सागर उनका इकलौता बेटा है और उन्होंने बचपन से ही उनकी सभी मांगों को पूरा किया है। हमने अपने बच्चे के लिए सब कुछ किया। हमने उसे बेहतरीन तरीके से पाला। हमने 35 लाख रुपये खर्च किए और उसे उसके पायलट प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए यूएसए भेज दिया, और उसकी पॉश जीवन शैली के लिए अतिरिक्त 20 लाख रुपये खर्च किए। साथ ही, हमने उनके और उनकी पत्नी के लिए एक ऑडी कार खरीदी। कार ने हमें 65 लाख रुपये का ऋण दिया। हमने साल 2016 में उसकी शादी कर दी ताकि वह हमारे परिवार का नाम जारी रख सके। लेकिन छह साल हो गए हैं और वे हमारी इच्छा पूरी नहीं कर रहे हैं।"
सास को बहू करती है मानसिक रूप से प्रताड़ित!
मां साधना प्रसाद ने अपनी बहू पर पोता-पोती मांगने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हम आर्थिक और व्यक्तिगत रूप से परेशान हैं। हमने घर बनाने के लिए कर्ज लिया है। हमने अपनी याचिका में अपने बेटे और बहू दोनों से ढाई-ढाई करोड़ रुपये की मांग की है।
अधिवक्ता एके श्रीवास्तव ने कहा कि मामला समाज की सच्चाई को दर्शाता है। “हम अपने बच्चों में निवेश करते हैं, उन्हें अच्छी फर्मों में काम करने में सक्षम बनाते हैं। बच्चे अपने माता-पिता को बुनियादी वित्तीय देखभाल देते हैं। माता-पिता ने या तो एक साल के भीतर पोते या 5 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है।
This case portrays the truth of society. We invest in our children, make them capable of working in good firms. Children owe their parents basic financial care. The parents have demanded either a grandchild within a year or compensation of Rs 5 crores: Advocate AK Srivastava pic.twitter.com/uH04Q8jEua
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 11, 2022
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