Prabhasakshi NewsRoom: Haryana में लग रहे नारे- 'Yogi जैसा CM चाहिए', नूंह में कर्फ्यू में ढील, Bulldozer की कार्रवाई जारी

Nuh Bulldozer
ANI

जहां तक नूंह में सामान्य होते हालात की बात है तो आपको बता दें कि अधिकारियों ने बताया है कि नूंह, तावड़ू, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, पिंगावन और नगर निगम इलाकों में कुछ समय के लिए वित्तीय संस्थान खोले जा रहे हैं।

हरियाणा के नूंह में फिलहाल शांति बनी हुई है। हालांकि पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग और चेकिंग जारी है। जनता की आवाजाही के लिए नूंह में आज सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू हटा दिया गया है। साथ ही आज से प्रायोगिक आधार पर बैंक और एटीएम फिर से खोले जा रहे हैं। इसके अलावा अतिक्रमण वाले क्षेत्रों में बुलडोजर की कार्रवाई जारी है तो दूसरी ओर रविवार को हुई महापंचायत में गुरुग्राम में एक इमाम की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किये गये लोगों को रिहा करने की मांग की गयी। महापंचायत में योगी जैसा मुख्यमंत्री चाहिए के नारे भी लगे।

जहां तक नूंह में सामान्य होते हालात की बात है तो आपको बता दें कि अधिकारियों ने बताया है कि नूंह, तावड़ू, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, पिंगावन और नगर निगम इलाकों में कुछ समय के लिए वित्तीय संस्थान खोले जा रहे हैं। जिलाधिकारी धीरेंद्र खड़गटा की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, प्रायोगिक आधार पर बैंक और एटीएम खोलने का फैसला किया गया है। बैंकों में वित्तीय लेनदेन पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 2 बजे तक होगा, जबकि एटीएम पूर्वाह्न 3 बजे तक खुले रहेंगे। जिलाधिकारी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि सरकारी कार्यालय भी आज से सुचारू रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपना पहचान पत्र दिखाकर अपने कार्यस्थल में प्रवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में स्थिति सामान्य हो रही है और हालात नियंत्रण में है।

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महापंचायत की मांग

इस बीच, गुरुग्राम के तिगरा गांव में रविवार को हुई एक 'महापंचायत' में एक अगस्त को इमाम की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार युवकों की रिहाई की मांग की गई और पुलिस को सात दिन का अल्टीमेटम दिया गया। पंचायत ने सेक्टर 57 में स्थित अंजुमन मस्जिद को हटाने की भी मांग की और कहा कि यह क्षेत्र हिंदू बहुल है। पंचायत ने मामले पर नजर रखने के लिए 101 लोगों की एक समिति भी बनाई। पंचायत ने कहा कि यदि युवकों को रिहा नहीं किया गया तो एक 'बड़ा फैसला' लिया जाएगा। महापंचायत में नगर निगम गुरुग्राम के निवर्तमान पार्षद महेश दायमा ने कहा कि समिति आज उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर इमाम हत्याकांड में गांव से गिरफ्तार किए गए चार युवकों की रिहाई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों और मंत्रियों को भी समान मांगों के साथ एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। पंचायत की एक मांग यह भी है कि पुलिस के गांव में घुसने और लगातार छापेमारी करने पर रोक लगाई जाए। 

हम आपको बता दें कि तिगरा गांव में मोहम्मदपुर गांव के सरपंच अत्तर सिंह की अध्यक्षता में महापंचायत हुई। धारा 144 लागू होने के बावजूद आसपास के 100 से अधिक गांवों के करीब 700 लोग इसमें शामिल हुए। पंचायत के सदस्यों में सोहना के वर्तमान और पूर्व विधायक, संजय सिंह व तेजपाल तंवर और कई पार्षद व सरपंच शामिल हैं। संजय सिंह और तेजपाल तंवर, दोनों भाजपा के नेता हैं। वजीराबाद गांव के पूर्व सरपंच सूबे सिंह बोहरा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए युवक निर्दोष हैं। अगर उन्हें रिहा नहीं किया गया तो गांव वाले सामूहिक रूप से गिरफ्तारी देंगे। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे की मांग करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें शाम तक नूंह में भड़की हिंसा की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, “हमें ऐसा मुख्यमंत्री नहीं चाहिए। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। हमें ऐसे समय के लिए योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री की जरूरत है, या फिर नूंह को उत्तर प्रदेश में ले लीजिए। ऐसी हिंसा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” हम आपको बता दें कि तिगरा और आसपास के गांवों में भारी सुरक्षा की तैनाती के बीच पंचायत हुई। पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों की कई कंपनियों ने सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक इलाकों में गश्त की।

बुलडोजर की कार्रवाई जारी

दूसरी ओर, हरियाणा के अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित नूंह जिले में एक होटल-सह-रेस्तरां सहित उन कई अवैध ढांचों को रविवार को ढहा दिया, जहां से पिछले सप्ताह की शुरुआत में झड़पों के दौरान एक धार्मिक यात्रा पर पथराव किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि नल्हड़ रोड चौक के पास तीन मंजिला सहारा होटल को ध्वस्त किए जाने के अलावा एक रेस्तरां और टाइल के शोरूम को भी तोड़ा गया। अधिकारियों ने कहा कि जिले में अब तक 162 स्थायी और 591 अस्थायी निर्माण ध्वस्त किये जा चुके हैं। प्रशासन की अलग-अलग टीम ने अर्धसैनिक बल और पुलिस के साथ पुन्हाना, पिंगनवा, नगीना, तावड़ू और फिरोजपुर झिरका में अतिक्रमण भी हटाया। उपमंडलीय मजिस्ट्रेट अश्विनी कुमार ने बताया कि ये संरचनाएं अवैध रूप से बनाई गई थीं और इनका इस्तेमाल ‘‘गुंडों’’ ने हाल में हिंसा के दौरान पथराव के लिए किया था। नूंह के जिलाधिकारी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि जिले में अवैध निर्माण और असामाजिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज में सहारा होटल की छत से लोग पथराव करते और गोलियां चलाते दिख रहे हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘होटल मालिक को सब कुछ पता था, लेकिन इसके बाद भी उसने हमलावरों को पत्थर इकट्ठा करने से नहीं रोका। चार जेसीबी की मदद से चार घंटे में होटल को ध्वस्त कर दिया गया।’’ 

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