हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है कश्मीर में 14वीं शताब्दी में बना दुर्गानाथ मंदिर

Durga Nath temple
Prabhasakshi

खासतौर पर हिंदू पर्वों के दौरान यहां की रौनक देखते ही बनती है। अभी हाल ही में नवरात्रि पर्व के दौरान भी कश्मीर ही नहीं बल्कि भारत के अन्य भागों से भी लोग यहां पूजा अर्चना के लिए पहुँचे थे। कश्मीर घूमने आने वाले पर्यटक भी दुर्गानाथ मंदिर अवश्य आते हैं।

श्रीनगर में कई ऐतिहासिक मंदिर भी हैं जिनमें सदियों पुराना दुर्गानाथ मंदिर प्रमुख है। बताया जाता है कि 14वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण किया गया था और उस समय इसे शारदामत्ता मंदिर के नाम से जाना जाता था। सन् 1861 में डोगरा शासन के दौरान इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया गया था। हिंदुओं की आस्था के केंद्र इस मंदिर में आतंकवाद के दौर में भी पूजा पाठ होता रहा था और अब जब माहौल पूरी तरह सामान्य होने लगा है तो इस मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगने लगा है। खासतौर पर हिंदू पर्वों के दौरान यहां की रौनक देखते ही बनती है। अभी हाल ही में नवरात्रि पर्व के दौरान भी कश्मीर ही नहीं बल्कि भारत के अन्य भागों से भी लोग यहां पूजा अर्चना के लिए पहुँचे थे। कश्मीर घूमने आने वाले पर्यटक भी दुर्गानाथ मंदिर अवश्य आते हैं।

इसे भी पढ़ें: भाजपा को उम्मीद, अमित शाह की जनसभाओं से बदलेगा जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक माहौल

प्रभासाक्षी संवाददाता ने दुर्गानाथ मंदिर के ट्रस्टी और कश्मीरी पंडित सम्मेलन के अध्यक्ष कुंदन कश्मीरी से मंदिर के इतिहास को लेकर बातचीत की। कुंदन कश्मीरी ने बताया कि दुर्गानाथ मंदिर में होने वाली महानवमी की पूजा का पुराना इतिहास रहा है और इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त यहां जुटते हैं तथा मंदिर परिसर में नवरात्रि पूजन संबंधी कार्यक्रमों के अलावा विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाता है।

All the updates here:

अन्य न्यूज़