देश में प्रदर्शन का 'डबलडोज', ED की पेशी और अग्निपथ को लेकर हो रहा भारी बवाल, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

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कांग्रेस नेता अजय माकन ने बताया कि हम आज जंतर मंतर पर सत्याग्रह पर बैठेंगे और शाम 5 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में मांग करेंगे कि अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए... इस योजना को लेकर पहले संसद में और युवाओं के साथ चर्चा होनी चाहिए।

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेशी को लेकर देशभर में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के सत्याग्रह के साथ सशस्त्र बलों में भर्ती की 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ अभ्यार्थियों का प्रदर्शन भी जारी है। ऐसे में कांग्रेस ने ईडी कार्रवाई से लेकर अग्निपथ योजना तक को लेकर अपना पूरा प्लान सभी के समक्ष रखा।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने बताया कि हम आज जंतर मंतर पर सत्याग्रह पर बैठेंगे और शाम 5 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में मांग करेंगे कि अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए... इस योजना को लेकर पहले संसद में और युवाओं के साथ चर्चा होनी चाहिए। लेकिन उससे पहले इस वापस लिया जाना चाहिए। इसी बीच अजय माकन ने कहा कि हम राष्ट्रपति को यह भी बताएंगे कि कैसे हमारे सांसदों को परेशान किया गया और ईडी का कैसे दुरुपयोग किया जा रहा है। 

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दरअसल, कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस पर तमिलनाडु सांसद एस जोथिमणि की कथित तौर पर पिटाई करने का आरोप लगाया। इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था कि दिल्ली पुलिस ने एस जोथिमणि को बेरहमी से पीटा था। उन्होंने कहा था कि पार्टी सांसद के कपड़े फाड़ दिए गए थे, शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की तो बात ही छोड़ दें। उन्हें देर शाम तक पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया था। सांसद को पीने का पानी तक नहीं दिया और न ही पानी की बोतल खरीदने की अनुमति दी गई। इतना ही नहीं जेल पहुंचने पर चिकित्सा सहायता भी नहीं दी गई।

पत्र के माध्यम से अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि क्या एक माननीय महिला सांसद के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है ? एक सांसद को पीने का पानी और चिकित्सा सहायता प्रदान नहीं करना बेहद शर्मनाक और मानवाधिकारों के उल्लंघन का स्पष्ट मामला है।

अग्निपथ पर जमकर हो रहा बवाल

केंद्र सरकार अग्निपथ योजना को लागू करने के अपने रुख पर कायम है, वहीं तीनों सेनाओं ने नई नीति के तहत भर्ती के लिए रविवार को विस्तृत कार्यक्रम प्रस्तुत किया। सरकार ने हिंसा और आगजनी में शामिल लोगों को भर्ती में शामिल नहीं किए जाने की चेतावनी दी। अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से पिछले चार दिन से बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना समेत अनेक राज्यों में उग्र प्रदर्शन के बाद तुलनात्मक शांति देखी गई जबकि कई जगहों पर शांतिपूर्ण आंदोलन हुए। हालांकि, हिंसा का खामियाजा भुगतने वाले भारतीय रेलवे ने विरोध के चलते रविवार को 483 ट्रेन रद्द कर दी।

बड़ी साजिश का पर्दाफाश

अधिकारियों ने कहा कि योजना के बारे में कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने वाले 35 व्हाट्स ऐप ग्रुप पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया। जब व्हाट्स ऐप ग्रुप का जिक्र हुआ ही है तो हम आपको बता दें कि अग्निपथ योजना को लेकर आगरा में बड़े बवाल की साजिश रची जा रही थी। जिसका पुलिस ने पर्दाफाश किया है। दरअसल, उपद्रवियों ने बस और ट्रेन को निशाना बनाकर उसे आग के हवाले कर दिया था। जेल भेजे गए आरोपियों में से एक के मोबाइल फोन को खंगाला गया तो सामने आया कि व्हाट्स ऐप ग्रुप के माध्यम से लोगों को भड़काया जा रहा था। 

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भारत बंद और जाम से जनता बेहाल

अग्निपथ योजना के खिलाफ अभ्यर्थियों ने भारत बंद का आह्वान किया है। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतेजाम किए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में एंट्री के सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है। जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ है और जगह-जगह जाम लगने की वजह से ऑफिस पहुंचने में लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

आरपीएफ और जीआरपी ने भी अपनी कमर कस ली है और उपद्रवियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं। क्योंकि अग्निपथ योजना के विरोध के नाम पर उपद्रवियों ने रेलवे के कई डिब्बों को आग के हवाले कर दिया और लूटपाट भी की। जिसको लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की थी।

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