मैं ऐसे भारत की कल्पना करता हूं, जहां राष्ट्रपति वेदों की शपथ लें: सत्यपाल सिंह

i-imagine-such-an-india-where-the-president-takes-oath-of-the-vedas-satyapal-singh
[email protected] । Oct 26 2018 9:24AM

उन्होंने यह भी कहा कि देश जिन मुद्दों का सामना कर रहा है उन सबका समाधान ‘‘ऋषि ज्ञान’’ है। मंत्री ने कहा कहा कि देश को अपने खोये हुए गौरव को वापस पाने के लिए वेदों की ओर लौटना होगा।

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने गुरूवार को कहा कि वह एक ऐसे भारत की कल्पना करते हैं, जहां राष्ट्रपति वेद पर हाथ रख कर अपने पद की शपथ लें। जैसे कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाईबिल की शपथ लेते हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री ने आर्य समाज के चार दिवसीय वैश्विक सम्मेलन में यह टिप्पणी की। उन्होंने इसे इसके अनुयायियों का महाकुंभ बताया। 

सिंह ने कहा, ‘‘हमने देखा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति अपने पद की शपथ बाईबिल पर हाथ रख कर लेते हैं ...मैं एक ऐसे भारत की कल्पना करता हूं, जहां राष्ट्रपति वेद पर हाथ रख कर शपथ लें।’’ उन्होंने यह भी कहा कि देश जिन मुद्दों का सामना कर रहा है उन सबका समाधान ‘‘ऋषि ज्ञान’’ है। मंत्री ने कहा कहा कि देश को अपने खोये हुए गौरव को वापस पाने के लिए वेदों की ओर लौटना होगा। 

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि चार दिवसीय सम्मेलन में गो कल्याण, किसान हत्या, पर्यावरण संकट और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। केंद्रीय मंत्री हर्ष वर्द्धन ने कहा कि वह आरएसएस और आर्यसमाज से बेहद करीब से जुड़े थे और इन्हीं की शिक्षाओं ने उन्हें जाति और उपजाति छोड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि, ‘‘यहां मौजूद कोई नहीं जानता कि मेरी जाति क्या है।’’ 

All the updates here:

अन्य न्यूज़