उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरें: अबतक 1,58,41,256 लोगों का टीकाकरण किया गया

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प्रतिरूप फोटो

उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण से रिकवरी दर 92.5 प्रतिशत है। प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता में बढ़ातें हुए प्रतिदिन 2.5 लाख से अधिक लगभग तीन लाख टेस्ट किए जा रहे है।

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज यहां अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए बताया कि म्यूकार माई कोसिस (ब्लैक फंगस)  के संबंध में और अधिक गहराई से इसके बचाव व इलाज का परीक्षण करने के लिए एसजीपीजीआई, लखनऊ के निदेशक, डा0 राधा कृष्ण धीमान के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की जा रही है। समिति ब्लैक फंगस बीमारी से संबंधित सभी पहलूओं पर विचार करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड़-19 महामारी के संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित लोगों के इलाज हेतु पूरी सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 24 अप्रैल को एक दिन में सर्वाधिक 38055 केस के सापेक्ष आज एक दिन में 7735 केस सामने आए है। इस प्रकार लगभग 31 हजार की कमी आयी है।  उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण से रिकवरी दर 92.5 प्रतिशत है। प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता में बढ़ातें हुए प्रतिदिन 2.5 लाख से अधिक लगभग तीन लाख टेस्ट किए जा रहे है।

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चिकित्सा शिक्ष मंत्री ने बतया  कि प्रदेश में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 23 जनपदों में वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है। शीघ्र ही प्रदेश में सभी जनपदों में शुरू की दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अबतक 1,58,41,256 लोगों का टीकाकरण किया गया है। अबतक 18 से 44 आयुवर्ग के 8,52,934 लोगों को टीकाकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रकण के सम्बन्ध में हर स्तर पर पूरी सक्रियताके साथ कार्य कर रही है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स यथा सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग आदि का पालन करें। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें।

अनुपूरक पोषाहार योजना के अन्तर्गत प्रदेश ने बाल विकास परियोजनाओं के अन्तर्गत संचालित पुष्टाहार की आपूर्ति के व्यय के लिए दी गयी  स्वीकृति

प्रदेश सरकार ने अनुपूरक पोषाहार योजना के अन्तर्गत प्रदेश के बाल विकास परियोजनाओं के अन्तर्गत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 06 माह से 03 वर्ष आयु के बच्चों, 03 वर्ष से 06 वर्ष की आयु के बच्चों, गर्भवती तथा धात्री महिलाओं को गेहूँ एवं चावल के रूप में पुष्टाहार की आपूर्ति पर आने वाले अनुमानित व्यय का अग्रिम आहरण की स्वीकृति के सम्बन्ध में शासनादेश जारी कर दिया गया है।  

जारी शासनादेश के अनुसार परियोजनाओं में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लाभार्थियों को वितरित किये जाने वाले पुष्टाहार आपूर्ति रूपये 2220.47 लाख (रूपये बाइस करोड़ बीस लाख सैंतालिस हजार मात्र) की धनराशि का अग्रिम आहरण करने एवं इस प्रयोजन हेतु रू0 2141.26 लाख (रूपया इक्कीस करोड़ इकतालिस लाख छब्बीस हजार मात्र) का भुगतान खाद्य एवं रसद विभाग को एवं रू0 79.21 लाख (उन्यासी लाख इक्कीस हजार मात्र) का भुगतान नैफेड को किये जाने की शर्तों एवं प्रतिबन्धों के अधीन स्वीकृति प्रदान की गयी है।

उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने श्री सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर व्यक्त किया गहरा शोक

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं चिपको आंदोलन के प्रणेता श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

श्री मौर्य ने अपनी शोक संवेदना में कहा कि उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन प्रकृति और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए समर्पित किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण चेतना के प्रखर संवाहक सुंदरलाल बहुगुणा ने 70 के दशक में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया। प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने की परंपरा को बनाए रखा। विश्व में वृक्ष मित्र के नाम से प्रसिद्ध रहे पद्म विभूषण, विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा काफी वर्षों से हिमालय में वनों के संरक्षण के लिए काम कर रहे थे। उनके निधन से पर्यावरण क्षेत्र से जुड़े लोगों को गहरा दुःख पहुंचा है। उनका निधन देश व समाज की अपूरणीय क्षति है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना  करते हुये उनके शुभचिंतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और ईश्वर से प्रार्थना की है प्रभु पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा परिजनो को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रीय सहारा के समूह सम्पादक श्री मनोज तोमर की माता के निधन पर व्यक्त किया गहरा शोक

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने दै0 राष्ट्रीय सहारा के समूह सम्पादक श्री मनोज तोमर की माता श्रीमती सुशीला देवी के निधन पर गहरा शोक  प्रकट किया है। श्री मौर्य ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये  पुण्यात्मा की शांति की कामना की है। श्री मौर्य ने लखनऊ के वरिष्ठ समाजसेवी श्री प्रदीप भार्गव जी के निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया है और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।

उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में संचालित मारवाड़ी कम्युनिटी किचन का किया अवलोकन

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने आज यहां महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में अग्रवाल समाज द्वारा संचालित मारवाड़ी कम्युनिटी किचन का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अग्रवाल समाज के द्वारा की जा रही है सेवा निसंदेह प्रशंसनीय, वंदनीय एवं अनुकरणीय है। अग्रवाल समाज पूर्व में भी अपना सहयोग हर रूप में करता रहा है और मुझे विश्वास है कि आगे भी आवश्यकता पड़ने पर अग्रवाल समाज के सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे।

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  उल्लेखनीय है कि अग्रवाल समाज द्वारा दिनांक 7 मई 2021 से निशुल्क मारवाड़ी भोजन की व्यवस्था कोरोना से पीड़ित व्यक्ति या उनके तीमारदारों के लिए श्री लोकराम अग्रवाल के नेतृत्व में नीलेश अग्रवाल टाटा, प्रदीप खेतान, आशीष अग्रवाल, जितेंद्र जिंदल मुख्य रूप से एवं अग्रवाल समाज के सहयोग से कम्युनिटी किचन का संचालन किया जा रहा है। मारवाड़ी भोजन की थैलियों का वितरण अग्रवाल समाज के लोगों के द्वारा जिसमें अमित, सचिन कंछल, दिनेश टेकरीवाल, गोपाल अग्रवाल आदि लोगों द्वारा शहर के प्रमुख अस्पतालों केजीएमयू, राम मनोहर लोहिया बलरामपुर हॉस्पिटल, लोक बंधु हॉस्पिटल एवं आवश्यकता पड़ने पर अन्य अस्पतालों में वितरित किया जा रहा है। उक्त भोजन स्विग्गी जिनी के माध्यम से लोगों के घर तक पहुंचाया जा रहा है भोजन शुद्ध शाकाहारी है बगैर प्याज लहसुन के एवं शुद्ध देसी घी से निर्मित है। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुए लगभग 1200 सौ थालियां प्रतिदिन तैयार की जाती है। इस अवसर पर अग्रवाल समाज के वरिष्ठजन श्री राजेंद्र अग्रवाल, श्री भारत भूषण गुप्ता, श्री लोकराम अग्रवाल, सुनील, अभिषेक, आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

शाहजहांपुर जनपद में गर्रा नदी पर निर्माणाधीन सेतु के लिए रू0 03करोड़ 96 लाख 42 हजार की धनराशि की गई अवमुक्त

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में जनपद शाहजहांपुर में ग्राम ककरां कांकर कुंड क्षेत्र, निकट अजीजगंज में गर्रा नदी पर सेतु, पहुंच मार्ग अतिरिक्त पहुंच मार्ग, और सुरक्षात्मक कार्य के चालू कार्यों हेतु रू0 03करोड़ 96 लाख 42 हजार की धनराशि अवमुक्त की गई है। इस परियोजना की कुल लागत रु0 16 करोड़ 5 लाख 57 हजार है।

 इस संबंध में आवश्यक शासनादेश लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश में विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि शासनादेश में दिये गये दिशा निर्देशों व शर्तों के अनुरूप धनराशि व्यय किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

 शासनादेश में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिस परियोजना के लिए धनराशि दी जा रही है,उसको उसी परियोजना व्यय किया जाए तथा मानक एवं विशिष्टियो के अनुरूप ही व्यय किया जाए ।इस पुल के निर्माण से क्षेत्रीय लोगों के आवागमन की बेहतर सुविधा मुहैया हो सकेगी।

आंशिक कोरोना कर्फ्यू के नाम पर व्यापारियों से न हो दुर्व्यवहारः नन्दी

उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन, अल्पसंख्यक कल्याण, राजनीतिक पेंशन, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने आज प्रयागराज में ’जीएसटी और इनकम टैक्स रिटर्न की डेट को लेकर व्यापारियों से वर्चुअल संवाद किया।  ज्ञातव्य हो कि प्रयागराज शहर दक्षिणी विधायक नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने वर्चुअल संवाद कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत शुक्रवार को मंत्री नन्दी ने जनपद प्रयागराज के चैक मंडल के व्यापारियों के साथ वर्चुअल संवाद किया जिसमें उन्होंने उनसे वार्ता कर उनकी समस्याओं को गम्भीरता से सुना और तत्काल निराकरण कराए जाने का आश्वासन दिया।

मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि इस कठिन दौर में सब का साथ रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा किए जा रहे अथक प्रयास एवं कार्य से प्रेरणा मिलती है। वर्चुअल बैठक में दिनेश विश्वकर्मा, राजेश कुमार, मुरारी कनौजिया, सुनीता चोपडा, अजय श्रीवास्तव, राजेश जायसवाल, सुमित ववैश्य, रीतेश जायसवाल, नीरज कसेरा, राजेश अगवाल, दिलीप कुमाार गुप्ता, प्रदीप गुप्प्ता लता उपाध्याय, स्तुति श्रीवास्तव, आनंद कोल, गुड़िया गुप्ता, आनन्द दुबे, पवन गौड़, अनूप अग्रवाल, नामित पार्षद अनूप मिश्रा आदि शामिल रहे।

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राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विभाग उ0प्र0/प्रभारी मंत्री जिला बिजनौर श्री कपिल देव अग्रवाल ने किया इण्टीग्रेटेड कोविड कमांड एंव कन्ट्रोल सेन्टर, जिला अस्पताल तथा ग्राम में निगरानी समिति के कार्यों किया गया निरीक्षण

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विभाग उ0प्र0/प्रभारी मंत्री जिला बिजनौर श्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमण पर नियंत्रण स्थापित करने और कोरोना से ग्रस्त व्यक्तियों को हर सम्भव चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के की गई व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित रखने के लिए आज इण्टीग्रेटेड कोविड कमांड एंव कन्ट्रोल सेन्टर का विस्तृत रूप से निरीक्षण किया गया, जहां सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित और दक्षता के साथ संचालित पाए जाने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए सभी प्रशासनिक, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना की।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने ब्लॉकवार बनाई गई कम्प्यूटराज्ड टेबिलों का मुआयना किया, जहां से होम आईसोलेशन, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कोविड संक्रमित व्यक्तियों के लिए उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी अद्यतन रखी जा रही है। मा0 मंत्री जी द्वारा शहरी क्षेत्र बिजनौर के लिए बनाई गई हैल्प डैक्स पर उपलब्ध एक मरीज श्री विजय प्रताप, निवासी न्यू आफॅसिर काॅलोनी से स्वयं टेलीफोन पर बात उनका हाल पूछा, जिस पर श्री प्रताप ने जिला प्रशासन के सहयोग और सभी आवश्यक सुविधाएं घर पर ही उपलब्ध कराने की पुष्टि करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने आॅक्सीजन एवं मेडिसिन किट्स की उपलब्धता, टेलिफोनिक मेडिसिन आदि से संबंधित डैक्सों का निरीक्षण किया और जानकारी प्राप्त करते हुए कृतकार्यवाही पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इण्टीग्रेटेड कोविड कमांड एंव कन्ट्रोल सेन्टर में जाकर एलईडी पर जिला अस्पताल में इन्सटाल किए गए सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से कोविड वार्ड सहित अन्य वार्डों एवं वहां पर होने वाली गतिविधियों का सजीव अवलोकन किया।

तदोपरांत मंत्री श्री कपिल अग्रवाल द्वारा जिला अस्पताल का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करते हुए कोविड वार्ड तथा नए बनाए गए एमरजेंसी आईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया जहां पर सफाई सहित सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित पाए जाने पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। उसके बाद ग्राम इस्लामपुर दास में पहुंचकर उन्होंने निगरानी समिति के कार्यों की समीक्षा की और ग्रामवासियों से मेडिसिन किट तथा स्वास्थ्य परीक्षण आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की, जिस पर सभी ग्रामवासियांे द्वारा निगरानी समिति द्वारा पूरी सजगता और तत्परता के साथ सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराने की बात कही गई।  

प्रभारी मंत्री जिला बिजनौर श्री कपिल देव अग्रवाल जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 से ग्रस्त व्यक्तियों को हर सम्भव चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए की गई व्यवस्थाओं की सराहना

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग उ0प्र0/प्रभारी मंत्री जिला बिजनौर श्री कपिल देव अग्रवाल द्वारा जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 से ग्रस्त व्यक्तियों को हर सम्भव चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए की गई व्यवस्थाओं की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि अल्प समय में इतनी अच्छी और प्रभावी व्यवस्था वास्तव में प्रशंसनीय है कि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर आमजनों के स्वास्थ्य की जांच और बीमार व्यक्तियों के लिए मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही है और निर्वाध रूप से आॅक्सीजन, चिकित्सकों द्वारा प्रिस्क्रप्शन, टेलीमेडिसिन एवं टेलीफोनिक परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है।

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राज्य मंत्री श्री अग्रावाल आज अपरान्ह 02ः00 बजे विकास भवन के सभागार में आयोजित बैठक में जिले में कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के की जानी वाली व्यवस्था एवं कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज से संबंधित की जानी वाली कार्यवाही की जानकारी के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा करते हुए उन्होंने पाया कि जिले में कुल 8 एल-2 स्तर के अस्पताल हंै, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र में जिला अस्पताल बिजनौर, सी0एच0सी0 हल्दौर, सी0एच0सी0 समीपुर, सी0एच0सी0 धामपुर, सी0एच0सी0 स्याऊ, तथा निजी क्षेत्र में पुलकित हास्पिटल, पं0 चन्द्रकांत आत्रेय हास्पिटल एंव माता गायत्री देवी हास्पिटल बिजनौर शामिल हैं, इन सभी अस्पतालों में कुल 298 बैड स्थापित है। वर्तमान में इन बैड के सापेक्ष 221 बैड रिक्त है। इस प्रकार जनपद में पर्याप्त मात्रा में बैडो की उपलब्धता है तथा इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर बिजनौर द्वारा चिकित्सालय की सी0सी0टी0वी0 के माध्यम से 24’7 सेन्टर मे उपलब्ध चिकित्सकों के माध्यम से सघन निगरानी का कार्य भी किया जा रहा है। समीक्षा के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवायें जैसे रेमडेसिविर, एजीथ्रोमाइसिन, पेरासीटामोल, आईवरमेक्टिन, डाॅक्सी आदि उपलब्ध है, जिनमें रेमडेसिविर आदि दवा सी0एच0सी0 पर भी उपलब्ध है।

समीक्षा में पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन (वर्तमान में 11.10 एम0टी0) उपलब्ध है तथा इसके अलावा नजीबाबाद एवं हल्दौर में भी पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन उपलब्ध हैं। जबकि 35 आॅक्सीजन काॅन्सट्रेटर जिला अस्पताल एवं सी0एच0सी0 में स्थापित किये गये हैं। नियमित रूप से अस्पतालो एवं होमआइसोलेशन के मरीजो को आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। होमआइसोलेशन के मरीजो की सुविधा हेतु आई0सी0सी0सी0 में 24’7  आॅक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चत करने के लिए हेल्पलाइन संचालित है। जिसमें ूींजेंचच के माध्यम से डेडीकेडेट मो0नं0-9454416928 पर डाॅ0 का प्रिसक्रिप्शन, आधार कार्ड, मरीज की लोकेशन सहित फोटो  भेज कर आॅक्सीजन के लिए आवेदन किया जाता है। जिसे प्राथमिकता के आधार पर अनुमोदित कर आॅक्सीजन उपलब्ध करायी जाती है। अब तक होम आइसोलेशन के 485 लोगो को आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है।

समीक्षा के दौरान प्रकाश में आया कि जिले में कुल 110 आर0आर0टीमो (42 शहरी क्षेत्र एंव 68 ग्रामीण क्षेत्र हेतु) का गठन किया गया है जो कोविड धनात्मक रोगियो की 24 घंटे के भीतर होमविजिट कर उसका एलोकेशन, कान्टेक्ट टैªसिंग, स्वास्थ्य जांच एवं दवा किट वितरण का कार्य करती है। इन टीमो की मानीटरिंग आई0सी0सी0सी0 के माध्यम से प्रतिदिन की जाती है।जिले में ग्रामीण क्षेत्र में 1123 एवं नगरीय क्षेत्र में 385 कुल 1508 निगरानी समितियों का गठन किया गया है। जिनके द्वारा प्रतिदिन घर-घर जाकर सर्वे किया जाता है तथा लक्षणयुक्त व्यक्तियों को दवा किट वितरित की जाती है। निगरानी समितियों के सघन सर्वेक्षण कार्य से ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के प्रसार पर रोक लगाया जाना संभव हो सका है। अब तक निगरानी समिति द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 2697 किट वितरित की जा चुकी हैं तथा वर्तमान में किट वितरण का कार्य निर्वाध रूप से जारी है। इसके अलावा ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में रोस्टर बनाकर नालों की सफाई, सेनिटाइजेशन एंव फागिंग के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। जिसकी आई0सी0सी0सी0 से प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है।

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श्री कपिल देव अग्रवाल ने समीक्षा करते हुए पाया कि जिले में कोविड 19 संक्रमण से निपटने, जनसाधारण की सुविधा, संवाद, समस्त विभागो में समन्वय तथा गतिविधियों के अनुश्रवण के लिए वार-रूम के रूप में अत्याधुनिक इण्टीग्रेटेड कोविड कमांड एंव कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित किया गया है। जिसमें पूर्ण सुव्यवस्थित रूप से ब्लाॅक वाइज 12 डेडीकेटेड कम्प्यूटर्स के माध्यम से होमआइसोलेशन के मरीजो से संवाद स्थापित कर प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है। कमांड सेन्टर में 24’7 चिकित्सको की तैनाती की गयी है, जो होमआइसोलेशन एवं अन्य मरीजो को चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध कराते है। कमांड सेन्टर में कोई भी सहायता प्राप्त करने अथवा शिकायत दर्ज करने के लिए डेडीकेटेड फोन लाइन स्थापित की गयी है, जो 24’7 क्रियाशील है। इसके अतिरिक्त कमांड सेन्टर से आर0आर0 टीम, निगरानी समिति, कन्टेनमेन्टजोन, कोरोना कफर््यू, सेनेटाइजेशन, हास्पिटल मानीटरिंग आदि सभी गतिविधियो का अनुश्रवण किया जाता है। पीआईसीयू तैयार अवस्था में है, जिसके अंतर्गत 10 बेड तैयार किये गए हैं, जिन पर स्टाफ भी नियुक्त कर दिया गया है। जिले में आरटीसीपीआर जांच के लिए लैब तैयार करने का कार्य प्रगति पर है, जो लगभग दो सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा। आॅक्सीजन प्लांट जिला संयुक्त चिकित्सालय बिजनौर में पीएम केयर फण्ड तथा बिलिन्डा गेट्स फाउण्डेशन द्वारा एक एक आॅक्सीजन प्लांट जिले में निर्मित होना प्रस्तावित है।

संपर्क सूत्र:- धर्मवीर खरे

पोस्ट कोविड लोगो को उनके स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओ आदि का निस्तारण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से नोडल अधिकारी कोविड-19 ने यूनानी, आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सको के साथ बैठक की

कोविड से स्वास्थ्य होने वाले लोगो अर्थात पोस्ट कोविड लोगो को उनके स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओ आदि का निस्तारण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से नोडल अधिकारी कोविड-19 लखनऊ डाॅ0 रोशन जैकब द्वारा यूनानी, आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सको के साथ एक बैठक आहूत की गई। बैठक में नोडल अधिकारी द्वारा चिकित्सको के साथ विचार विमर्श किया गया। चिकित्सको द्वारा बताया गया कि कोविड से स्वस्थ्य होने के बाद भी लोगो मे कुछ स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याए रहती है। जिनका निदान यूनानी, आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक दवाओं के द्वारा किया जा सकता है। यूनानी, आयुर्वेदिक व होम्योपैथी चिकित्सको द्वारा दवाओं के बारे में भी जानकारी दी गई जिसका प्रयोग करते हुए पोस्ट कोविड की समस्याओं का निदान किया जा सकता है।

कोविड-19 में एवं उसके उपरान्त निम्नलिखित यूनानी दवाओं का सेवन करें।

1- हब्बे जीकुन नफस- दो गोली सुबह दो गोली शाम।

(सांस की तकलीफ के लिए)

2- शरबत-ए-सदर-20 एम0एल0 सुबह व शाम

(हल्के गरम पानी से जिनको खासी आ रही है वो ले सकते है।)

3-लऊक ख्यार शमबर- 15 ग्राम सुबह व शाम

(गुनगुने पानी से लिया जा सकते, जिनको गले की खराश हो)

4- खमीरा आबेरेशम शीर उन्नाव- 05 ग्राम सुबह व शाम

(ताकत के लिए)

5- गरम पानी कि भांप सुबह व शाम लेते रहे।

पोस्ट कोविड-19 संक्रमण के बाद की परेशानियों में होम्योपैथिक औषधियाॅ ली जा सकती है जिसमें ब्रायोनिया अल्बा 30 और एन्टिम टार्ट 30 नित्य क्रमशः सुबह और शाम (04-04 गोली) लिया जा सकता है। साथ में फेफडों की शीध्र स्वस्थ्य करने के लिए एसपीडोस्पर्मा मदर टिन्चर (15-15 बूदॅ) आधा कप पानी के साथ दिन में तीन बार लिया जा सकता है।

3) कोविड से निग्रटिव हुए रोगियों के लिये आयुर्वेदिक औषधि-

1- गिलोय घनवटी-  2-2 गोंली सुबह-शाम

2- आयुष 64-      1-1 गोली गोली सुबह -शाम

3- अशवगंधा वटी-   1-1 चम्मच सुबह-शाम

’सभी औषधियां गूनगुने पानी के साथ’

च्वनप्राश  1-1 चम्मच सुबह-शाम, 15 दिनों तक।

खासी होने पर-सितोपलादि चूर्ण 3 ग्राम दिन 2 बार शहद के साथ।

गले में खरास होने पर व्योषादि वटी, 1 से 2 गोली चूसने के लिए दिन में 3-4 बार।

नाक बन्द होने पर-अणु तेल, 1 से 2 बूद नाक में डाले।

गरारा-1 से 2 ग्राम हल्दी/सेन्धा नमक/मुलेठी गुनगुने पानी में डालकर करें।

सिंचाई विभाग के 421 असफल राजकीय नलकूपों का पुनः निर्माण कार्य प्रगति पर

प्रदेश के कृषकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की प्राथमिकता के दृष्टिगत डा0 राम मनोहर लोहिया नवीन राजकीय नलकूप निर्माण परियोजना (नाबार्ड पोषित) का गठन किया गया है। जिसके अन्तर्गत 02 वर्षो में संशोधित लागत धनराशि रू0 633.7882 करोड़ की लागत (मूल लागत धनराशि रू0 573.1056 करोड़) से 2000 नये नलकूपों का निर्माण किया जाना है। वित्तीय वर्ष 2019.2020 तक धनराशि रू0 57552.48 लाख की लागत से 1882 नवीन राजकीय नलकूपों का निर्माण कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में धनराशि 644.15 लाख से 78 नलकूपों पर गत वर्ष के अवशेष कार्योे के निर्माण कार्य प्रगति पर है।

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सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के कृषकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की प्राथमिकता के दृष्टिगत डा0 राम मनोहर लोहिया 6000 राजकीय नलकूपों का आधुनिकीकरण परियोजना (नाबार्ड पोषित) का गठन किया गया है। जिसके अन्तर्गत धनराशि रू0 226.9261 करोड़ की लागत से प्रदेश मे स्थापित 6000 नलकूपों की जल वितरण प्रणली का आधुनिकीकरण एवं नवीन पम्प सेटों की प्रतिस्थापना का कार्य किया जा चुका है।

प्रदेश के कृषकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की राज्य सरकार की प्राथमिकता के दृष्ठिगत राजकीय नलकूपों का पुनःनिर्माण परियोजना (नाबार्ड पोषित) का गठन किया गया है, जिसके अन्तर्गत 03 वर्षो में धनराशि रू0 273.86 करोड़ की लागत से 1101 असफल राजकीय नलकूपों का पुनः निर्माण किया जाना है। वित्तीय वर्ष 2019-2020 तक धनराशि रू0 8742.64 लाख की लागत से 369 असफल राजकीय नलकूपों का पुनःनिर्माण कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में धनराशि 10000.00 रूपये लाख से 421 असफल राजकीय नलकूूपों का पुनःनिर्माण कार्य प्रगति पर है।

गोवंश के भरण-पोषण हेतु जनपद सहारनपुर में भूसे का व्यापक प्रबन्धन

जनपद सहारनपुर में निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश को संरक्षित किए जाने के उद्देश्य से 15 गो-आश्रय स्थलों की स्थापना एवं संचालन का कार्य किया जा रहा है, जिनमें 14 ग्रामीण क्षेत्र में तथा 01 शहरी क्षेत्र में है। उक्त 14 गो-आश्रय स्थलों में अद्यतन 1374 गोवंश को सरक्षित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री जी की सहभागिता योजना अन्तर्गत 581 गोवंश को पशुपालकों को सुपुर्दगी में दिया गया है। संरक्षित गोवंश को समुचित सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके भरण-पोषण हेतु स्थानीय स्तर पर भूसा की व्यवस्था ससमय करना एक प्राथमिकता है ताकि गोवंश को समय पर चारा उपलब्ध हो सके तथा उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़ें। शासन द्वारा समय समय पर दिए गये महत्वपूर्ण निर्देशों के क्रम में जनपद में गेहूॅ की कटाई के समय युद्धस्तर पर 15 भूसा बैंक की स्थापना की गयी है। भूसा बैंक की स्थापना के समय इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि आगामी वर्षा ऋतु के समय पानी से भूसा किसी भी दशा में खराब न हो। इसके साथ ही साथ प्रत्येक गोआश्रय स्थल पर प्रतिदिन की भूसे की आवश्यकता के अनुसार निर्गत करने एवं उसके अभिलेखीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

यह जानकारी पशुपालन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास, डा0 एस0 के0 मलिक ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद सहारनपुर में स्थापित 15 भूसा बैंक में कुल 7475 कुन्तल भूसे का भण्डारण राज्य सरकार से प्राप्त होने वाली गोवंश के भरण-पोषण की धनराशि से क्रय किया गया है। भूसा क्रय एवं भण्डारण का कार्य क्रमित है ताकि वर्षा ऋतु से पूर्व अधिक से अधिक भूसा भण्डारण किया जा सके। जनपद में गोवंश के भरण-पोषण हेतु पर्याप्त मात्रा में भूसे की उपलब्धता है तथा स्थानीय स्तर पर हरे चारे की उपलब्धता हेतु भी कार्य किए गये है। जनपद में गोवंश के संरक्षण हेतु किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं है। उन्होने बताया कि विभाग के समस्त पशुचिकित्साविद् निरन्तर गोवंश की चिकित्सा व्यवस्था हेतु तत्पर है। सभी गौ आश्रय स्थलों पर भूसा/पानी/छाया गर्मी से बचाव के सभी उपाय किए गये है। गोवंश आश्रय स्थलों के संचालन में सभी विभागों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिला प्रशासन के सहयोग से जनपद सहारनपुर के सभी गौ आश्रय स्थलों का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है।

गोवंश के भरण-पोषण हेतु जनपद बांदा में भूसे का व्यापक प्रबन्धन

जनपद बांदा में निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश को संरक्षित किए जाने के उद्देश्य से 231 गो-आश्रय स्थलों की स्थापना एवं संचालन का कार्य किया जा रहा है जिनमें 224 ग्रामीण क्षेत्र में तथा 07 शहरी क्षेत्र में है। इन 231 गो-आश्रय स्थलों में अद्यतन 38836 गोवंश को सरक्षित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री जी की सहभागिता योजना के अन्तर्गत 490 गोवंश को पशुपालकों को सुपुर्दगी में दिया गया है। संरक्षित गोवंश को समुचित सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनके भरण-पोषण हेतु स्थानीय स्तर पर भूसा की व्यवस्था ससमय करना एक प्राथमिकता है ताकि गोवंश को समय पर चारा उपलब्ध हो सके तथा उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़ें। शासन द्वारा समय समय पर दिए गये महत्वपूर्ण निर्देशों के क्रम में जनपद में गेहूॅ की कटाई के समय युद्ध स्तर पर 10 .भूसा बैंक की स्थापना की गयी है। भूसा बैंक की स्थापना के समय इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि आगामी वर्षा ऋतु के समय पानी से भूसा किसी भी दशा में खराब न हो। इसके साथ ही साथ प्रत्येक गोआश्रय स्थल पर प्रतिदिन की भूसे की आवश्यकता के अनुसार निर्गत करने एवं उसके अभिलेखीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

यह जानकारी पशुपालन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास, डा0 एस0 के0 मलिक ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद में स्थापित 10 भूसा बैंक में कुल 23220 कुन्तल भूसे का भण्डारण है जिसमें से 23170 कुन्तल राज्य सरकार से प्राप्त होने वाली गोवंश के भरण-पोषण की धनराशि से क्रय किया गया है तथा 50 कुन्तल दान में प्राप्त हुआ है। भूसा क्रय एवं भण्डारण का कार्य क्रमित है ताकि वर्षा ऋतु से पूर्ण अधिक से अधिक भूसा भण्डारण किया जा सके। जनपद में गोवंश के भरण-पोषण हेतु पर्याप्त मात्रा में भूसे की उपलब्धता है तथा स्थानीय स्तर पर हरे चारे की उपलब्धता हेतु भी कार्य किए गये है। जनपद में गोवंश के संरक्षण हेतु किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं है। यह भी अवगत कराना है कि पशुपालन विभाग के समस्त पशुचिकित्साविद् निरन्तर गोवंश की चिकित्सा व्यवस्था हेतु तत्पर है। सभी गौ आश्रय स्थलों पर भूसा/पानी/छाया गर्मी से बचाव के सभी उपाय किए गये है। गोवंश आश्रय स्थलों के संचालन में सभी विभागों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिला प्रशासन के सहयोग से जनपद बांदा के सभी गौ आश्रय स्थलों का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है।

कोरोना से मरने वाले श्रमिक परिवारों को श्रम कल्याण परिषद की योजनाओं का लाभ देने का निर्देश

उ0प्र0 श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष (राज्य मंत्री) श्री सुनील भराला ने लखनऊ में वर्चुअल बैठक करके श्रम आयुक्त श्री मो0 मुस्तफा एवं परिषद के सचिव श्री फैसल अफतब को निर्देश देते हुए कहा कि विगत माह कोरोना महामारी से उ0प्र0 के कारखानों एवं वाणिज्यिक अधिष्ठानों में काम करने वाले श्रमिक एवं उनके परिवार में जिस किसी जनपद में मृत्यु हुई हो, उन सभी पात्र श्रमिक परिवारों को श्रम कल्याण परिषद की योजनाओं का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा इसके लिए सभी जनपदों के पात्र श्रमिकों को राजा हरिशचन्द्र मृतक आर्थिक सहायता योजना तथा दत्तोपंत ठेंगडी मृतक अन्तयेष्ठि सहायता योजना का शीघ्र लाभ दिया जाए।  उन्होंने निर्देशित किया कि प्रदेश के सभी कारखानों एवं वाणिज्यिक अधिष्ठानों के मालिकों से ऐसे श्रमिकों की जानकारी प्राप्त करने के लिए शीघ्र ही इनके ऑनलाइन वर्चुअल बैठक की जाए।  

श्री भराला ने कहा कि उ0प्र0 में करोड़ो श्रमिक कारखनों एवं वाणिज्य अधिष्ठानों में कार्य करते है। इन श्रमिकों को योजनाओं का लाभ देने के लिए चेतन चैहान क्रीडा प्रोत्साहन योजना, महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक सहायता योजना एवं स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन यात्रा योजना को श्रम विभाग की वेवसाइट से तत्काल लिंक किया जाए। साथ ही श्रम कल्याण परिषद की वेवसाइट तथा सोशल एकाउण्ट को शीघ्र सुचारू रूप से चालू कराया जाए। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 में श्रमिक परिवारों के बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो तथा ऑन लाइन शिक्षा प्रदान करने की समस्या का समाधान हो सके। इसके लिए कक्षा-01 से 10 तक के पात्र श्रमिक परिवारों के बच्चों को मोबाइल उपलब्ध कराए जाने के लिए मुख्यमंत्री जी से भी चर्चा की जाएगी।

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी जिन जनपदों में कम हैै उन जनपदों के जिलाधिकारियों, श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ ही श्रमिक प्रतिनिधियों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों तथा कारखानों के प्रतिनिधियों को साथ लेकर बैठक करके तत्काल श्रम कल्यायण परिषद की समस्त कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन कराया जाए। उन्होंने बताया कि वर्ष-2021-2022 हेतु विभिन्न महापुरूषों के नाम पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन कराए जाने के सम्बन्ध में सभी क्षेत्रीय अपर/उप श्रमायुक्त कार्यालयों को कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि कोविड के दृष्टिगत सभी कार्यक्रम वर्चुअली कराए जाएगें।

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