महाराष्ट्र में राजनीतिक के साथ कानूनी लड़ाई भी हुई शुरू, सावंत ने कहा- बागियों ने डिप्टी स्पीकर को हटाने का दिया नोटिस

Arvind Sawant
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शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में जो राजनीतिक परिस्थिति बनी हुई है। वो अब सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं है, क़ानूनी लड़ाई भी शुरू हो गई है। पार्टी के कई विधायक असम में रह रहे हैं, उनके खिलाफ हमने क़ानूनी कार्रवाई शुरू की है। लगभग 16 विधायकों को नोटिस भेज दिया गया है।

मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत लगातार करवट बदल रही है। एकनाथ शिंदे कैंप में एक और विधायक शामिल हुआ है। ऐसे में उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। आपको बता दें कि शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने बताया कि अब राजनीतिक लड़ाई के साथ-साथ कानूनी लड़ाई भी लड़ी जा रही है।

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कानूनी लड़ाई हुई शुरू

शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में जो राजनीतिक परिस्थिति बनी हुई है। वो अब सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं है, क़ानूनी लड़ाई भी शुरू हो गई है। पार्टी के कई विधायक असम में रह रहे हैं, उनके खिलाफ हमने क़ानूनी कार्रवाई शुरू की है। लगभग 16 विधायकों को नोटिस भेज दिया गया है। इसी बीच अरविंद सावंत ने बताया कि बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर को हटाने का नोटिस दिया है।

शिवसेना के वरिष्ठ वकील देवदत्त कामत ने कहा कि शिवसेना द्वारा 16 विधायकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई है। संविधान में प्रावधान के तहत यदि कोई व्यक्ति किसी पार्टी की सदस्यता छोड़ देता है तो वह अयोग्यता के लिए पात्र है। उन्होंने कहा कि शिवसेना द्वारा अलग-अलग समय पर कई बैठकें बुलाई गईं, जिनमें से किसी (बागी) ने भी भाग नहीं लिया। बागियों द्वारा भाजपा शासित राज्यों का दौरा करना, भाजपा नेताओं से मिलना और सरकार गिराने का प्रयास करना उल्लंघन है। 

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देवदत्त कामत ने कहा कि 2-3वीं (दलबदल विरोधी कानून को पार करने के लिए) की अवधारणा केवल विलय होने पर ही लागू होती है। जब तक विधायक किसी अन्य पार्टी में विलय नहीं करते, अयोग्यता लागू होती है। आज तक विलय नहीं हुआ, उन्होंने स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ी है। उन्होंने कहा कि संविधान के तहत डिप्टी स्पीकर के पास स्पीकर की अनुपस्थिति में शक्ति होती है और ऐसे मामलों पर निर्णय ले सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव बागियों द्वारा एक अनधिकृत ईमेल के माध्यम से भेजा गया था।

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