तिब्बत में विकास कार्य कर रही है चीन की PLA, भारत किसी भी स्थिति के लिये तैयार: CDS रावत
उन्होंने कहा कि 2017 में डोकलाम गतिरोध के बाद भारतीय सेना ने कदम उठाएं है जिससे यह सुनिश्चित हो कि वहां बात और आगे न बढ़े। भारतीय सेनाएं डोकलाम में पीएलए की गतिविधियों पर सावधानीपूर्वक नजर रख रही हैं।
सीडीएस ने कहा, “कोविड-19 महामारी के दौरान उत्तरी सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को बदलने के चीन के प्रयास के बाद जमीन, समुद्र और वायु में बेहद उच्च स्तर की तैयारी की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि 2017 में डोकलाम गतिरोध के बाद भारतीय सेना ने कदम उठाएं है जिससे यह सुनिश्चित हो कि वहां बात और आगे न बढ़े। भारतीय सेनाएं डोकलाम में पीएलए की गतिविधियों पर सावधानीपूर्वक नजर रख रही हैं। दुनिया को दो शक्तिशाली सेनाएं 2017 में यहां 73 दिनों तक एक दूसरे के सामने डटी हुई थीं। लद्दाख गतिरोध के बीच पूर्वी सेक्टर में चीन के किसी संभावित दुस्साहस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से चिंता बढ़ाने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिये हमनें आवश्यक कदम उठाए हैं।”I wish to assure you that we are fully prepared for any eventuality that we may be faced with: Chief of Defence Staff General Bipin Rawat https://t.co/AH4UbcT5bB
— ANI (@ANI) December 14, 2020
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उन्होंने कहा, “समय आ गया है जब भविष्य में लड़े जाने वाले युद्धों को देखते हुए हमारी प्रणाली में तकनीक का आत्मसात किया जाए।” पाकिस्तान द्वारा लगातार किये जा रहे संघर्षविराम उल्लंघन के बारे में जनरल रावत ने कहा कि भारत इससे निपटने के लिये पूरी तरह तैयार है और ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने को लेकर दूसरे पक्ष को ज्यादा चिंता करनी चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत के पास और पनडुब्बियां होनी चाहिए या उसे एक और विमानवाहक पोत खरीदना चाहिए, रावत ने कहा कि दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं। नौसेना में वायु इकाई की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा, “नौसैनिक युद्ध में पनडुब्बियों का अपना स्थान है, समुद्र में प्रभुत्व के लिये और इसी तरह विमान वाहक पोत का भी।” उन्होंने कहा कि देश को समुद्री संचार क्षेत्रों की सुरक्षा मजबूत करने के लिये द्वीपीय क्षेत्रों का उपयोग करना चाहिए। रावत ने कहा कि द्वीपों को नौसैनिक युद्धक विमानों की उड़ान के लिये विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
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