'Punjab में 'Super CM' के लिए बना नया शीशमहल', BJP ने Arvind Kejriwal पर लगाया गंभीर आरोप

अरविंद केजरीवाल राजनीति में “आम आदमी” की पहचान बनकर आए थे। सादगी, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार विरोधी छवि ही उनकी राजनीतिक पूँजी थी। लेकिन अब वही छवि बार-बार “शीशमहल” और “विलासिता” के प्रतीकों में उलझती जा रही है।
आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली बीजेपी ने नया हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि केजरीवाल पंजाब सरकार के संसाधनों का इस्तेमाल अपनी व्यक्तिगत विलासिता के लिए कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि चंडीगढ़ के सेक्टर-2 में पंजाब के मुख्यमंत्री के कोटे से केजरीवाल के लिए दो एकड़ में फैला “सात सितारा सरकारी बंगला” तैयार किया गया है।
दिल्ली बीजेपी ने एक्स (X) पर एक उपग्रह तस्वीर साझा करते हुए लिखा— “दिल्ली का शीशमहल खाली कर अब पंजाब में और भी शानदार शीशमहल तैयार हो गया है। चंडीगढ़ के सेक्टर-2 में ‘पंजाब के सुपर सीएम’ अरविंद केजरीवाल के लिए दो एकड़ में फैला सात सितारा सरकारी बंगला बनाया गया है।” बीजेपी ने केजरीवाल को “पंजाब का सुपर सीएम” बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति खुद को “आम आदमी” कहता है, वह अब “सत्ता की विलासिता” का प्रतीक बन गया है।
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सिर्फ बीजेपी ही नहीं, बल्कि आप की ही राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने भी सोशल मीडिया पर वही तस्वीर साझा करते हुए दावा किया कि केजरीवाल ने हाल में सरकारी संसाधनों का निजी राजनीतिक उपयोग किया। उन्होंने लिखा— “कल उन्होंने इसी घर के सामने से सरकारी हेलिकॉप्टर में सवार होकर अंबाला तक यात्रा की और वहां से पंजाब सरकार के निजी विमान से गुजरात चले गए। पूरी पंजाब सरकार एक व्यक्ति की सेवा में लगी है।”
हम आपको याद दिला दें कि इससे पहले भी केजरीवाल पर दिल्ली का मुख्यमंत्री रहते हुए “शीशमहल” विवाद में करोड़ों रुपये खर्च करने का आरोप लग चुका है। बीजेपी ने 6 फ्लैगस्टाफ रोड स्थित उनके आधिकारिक आवास का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें जिम, सॉना रूम और आलीशान सजावट दिखाई गई थी। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने तब कहा था, “जो खुद को आम आदमी कहते हैं, उन्होंने टैक्सदाताओं के पैसे से सात सितारा बंगला बना लिया।”
हालांकि आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को राजनीतिक साज़िश बताया है। पार्टी ने कहा कि बीजेपी, दिल्ली की बिगड़ती कानून-व्यवस्था और बेरोजगारी से ध्यान भटकाने के लिए बार-बार “शीशमहल” मुद्दा उठा रही है। हम आपको याद दिला दें कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद इस साल की शुरुआत में फ्लैगस्टाफ रोड का आवास खाली कर दिया था और अब वह नई दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित सांसद आवास में रह रहे हैं।
देखा जाये तो अरविंद केजरीवाल राजनीति में “आम आदमी” की पहचान बनकर आए थे। सादगी, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार विरोधी छवि ही उनकी राजनीतिक पूँजी थी। लेकिन अब वही छवि बार-बार “शीशमहल” और “विलासिता” के प्रतीकों में उलझती जा रही है। चाहे दिल्ली का “शीशमहल विवाद” हो या अब पंजाब के संसाधनों के उपयोग का आरोप— यह केवल राजनीतिक विवाद नहीं बल्कि राजनीतिक विश्वास का संकट भी है। बीजेपी का यह हमला केवल प्रचार नहीं, बल्कि उस विचारधारा पर प्रहार है जिसने ‘आम आदमी बनाम वीआईपी संस्कृति’ के अंतर को राजनीति में मुद्दा बनाया था।
अगर इन आरोपों में थोड़ी भी सच्चाई है, तो यह उस नैतिक ऊँचाई को गिराने जैसा है जिस पर “आम आदमी पार्टी” ने अपने आंदोलन की इमारत खड़ी की थी। वहीं यदि यह केवल राजनीतिक हमला है, तो केजरीवाल को तथ्यों के साथ पारदर्शी जवाब देकर अपनी साख बचानी होगी, क्योंकि मौन रहना इस बार “राजनीतिक स्वीकारोक्ति” के समान माना जाएगा। बहरहाल, आज जब देश में “विकल्प की राजनीति” की बात होती है, तब ऐसे विवाद जनता के बीच यह सवाल खड़ा करते हैं कि क्या सत्ता में आने के बाद हर “आम आदमी” अंततः “विशेष” बन ही जाता है?
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